दीपावली से एक दिन पूर्व 6 नवम्बर को अयोध्या में आयोजित श्रीराम राज्याभिषेक कार्यक्रम में सीएम योगी कर सकते हैं प्रतिमा निर्माण योजना का शिलान्यास दिलचस्प बात ये है कि अगर भगवान राम की प्रतिमा स्थापित होती है तो यह प्रतिमा भारत की विशालकाय प्रतिमाओं में से एक होगी , क्योंकि इससे पूर्व आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में स्थित प्रतिमा भारत की सबसे ऊंची प्रतिमा में से एक है | वहीं गुजरात में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्थापित कराई जा रही स्टेचू ऑफ यूनिटी सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा में से एक होगी | वही अयोध्या में स्थापित होने वाली भगवान श्री राम की प्रतिमा भी भारत की सबसे विशालकाय प्रतिमाओं में से एक होगी | फिलहाल अभी इस योजना को लेकर प्रदेश सरकार के अधिकारी मंथन कर रहे हैं की प्रतिमा को ऐसे स्थान पर स्थापित किया जा सके जहां से दूर-दूर से लोग इसे देख सकें और पर्यावरण संबंधी कोई समस्या ना आए | बुधवार को जनपद के प्रभारी मंत्री/औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने अयोध्या के विकास से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी द्वारा किये गये शिलान्यास के निर्माण कार्यो को दीपोत्सव के पूर्व 15 अक्टूबर तक हर हाल में पूर्ण करने के निर्देश दिये, ताकि उनके लोकार्पण के साथ अयोध्या की छवि बदली हुई मिले। उन्होनें कहा कि अयोध्या पूरे विश्व में जानी जाती है, अतः इसको आदर्श पर्यटन नगरी के रूप में विकसित किया जाना है और इसमें धन की कोई कमी नही आनी दी जायेगी
अयोध्या में सीएम योगी भगवान राम तो इटावा में अखिलेश यादव लगवा रहे हैं भगवान विष्णु की प्रतिमा भगवान राम की प्रतिमा लगाने को लेकर जहां योगी सरकार पर विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किए और राम मंदिर निर्माण छोड़कर भगवान राम की प्रतिमा लगाने का उलाहना भी दिया | वही प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इटावा में भगवान विष्णु की प्रतिमा लगवाने की बात कहकर एक नई सियासत को हवा दे दी है |अहम सवाल है कि साल 2019 का चुनाव नजदीक है और प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करना है ,ऐसे में क्या इस लोकसभा चुनाव में वोट पाने के लिए पूर्व सीएम अखिलेश अपने पिछली सरकार में किए गए कार्यों और सीएम योगी वर्तमान सरकार के विकास कार्यों को छोड़कर प्रतिमाओं को लगवाने की राजनीति पर उतर आए हैं | अब देखना यह है दोनों नेताओं के दावों में कितना दम है और सबसे पहले प्रतिमा को स्थापित कौन करवा पाता है |