रिपोर्ट के अनुसार, विहिप की शिकायत की ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) उपेंद्र कुमार ने जांच शुरू की। जांच में पाया गया कि स्कूल में बच्चे सुबह की सभा में अक्सर यही कविता गाते थे। पीलीभीत के जिला अधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने कहा कि प्रधानाध्यापक को इसलिए निलंबित किया गया है क्योंकि वह छात्रों से राष्ट्रगान नहीं करवाता था। उन्होंने कहा, प्रधानाध्यापक अगर छात्रों को कोई अन्य कविता पढ़ाना चाहते थे, तो उन्हें अनुमति लेनी चाहिए। अगर वह छात्रों से कोई कविता गान कराते हैं और राष्ट्रगान नहीं कराते हैं तो उनके खिलाफ आरोप बनता है।
निलंबित शिक्षक फुरकान अली (45) ने हालांकि आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा, छात्र लगातार राष्ट्रगान करते हैं और इकबाल की कविता कक्षा एक से आठ तक उर्दू पाठ्यक्रम का हिस्सा है। विहिप और हिंदू युवा वाहिनी कार्यकर्ताओं ने मुझे निकालने की मांग करते हुए स्कूल और कलेक्टरेट के बाहर विरोध किया। मैंने सिर्फ वह कविता गाई है जो सरकारी स्कूल के पाठ्यक्रम का हिस्सा है। मेरे छात्र भी प्रतिदिन सभा के दौरान ‘भारत माता की जयÓ जैसे देशभक्ति के नारे लगाते हैं।
पीलीभीत के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) देवेंद्र स्वरूप ने हालांकि कहा कि विहिप और बजरंग दल के सदस्यों की शिकायत इसके खिलाफ नहीं है कि राष्ट्रगान होता है या नहीं, बल्कि उसने इकबाल की कविता का विरोध किया गया है। विहिप के जिला प्रमुख अंबरीश मिश्रा ने कहा कि उन्होंने सरकारी प्राइमरी स्कूल में मदरसा की कविता को गाए जाने का विरोध किया था। उन्होंने कहा, सरकारी स्कूल में अलग-अलग प्रार्थनाएं गाने के लिए हमने प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई के लिए बीएसए को लिखित शिकायत की है।