हादसे के समय घाट से गुजर रहे धामनोद फारेस्ट रेंजर धर्मेंद्र राठौड़ हादसे की चपेट में आने से बाल -बाल बच गए। फोन पर राठौड़ ने बताया कि मैं इंदौर बैठक में जा रहा था। जब गणपति घाट चढ़ रहा था। तभी घाट उतरने वाली साइट पर एक ट्रॉले ने आगे चल रहे मिनी ट्रक को टक्कर मार दी जो डिवाइडर पर चढ़कर हमारी गाड़ी के ठीक पीछे पलटी खा गया। यदि हमारी गाड़ी पांच सेकंड पीछे रह जाती तो हम आयशर की चपेट में आ जाते।