कोलवा थाना प्रभारी राजेश मीना ने बताया कि मृतक के भाई बीरबल गुर्जर ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि बद्री गुर्जर (65) पुत्र रेवड़ गुर्जर को उसके काका (चाचा) के लड़के रामफूल व रामअवतार पुत्र रामसहाय, पदम व मदन पुत्र रामफूल, कुम्हेर, कृष्ण पुत्र रामावतार पिछले 6 महीने से यह कह कर परेशान कर रहे थे कि उसके पिता ने उनसे 30 वर्ष पहले 3 हजार रुपए उधार लिए थे, जिनके अब ब्याज सहित 32 लाख रुपए हो गए हैं। वे उस पर 32 लाख रुपए देने का दबाव बना रहे थे। उन्होंने उसके खेतों में खड़ी फसल नहीं काटने दी।
उसकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया। मृतक बदरी के एक ही पुत्र है, जो भी मानसिक रूप से परेशान है। आरोपियों की हरकतों से बद्री काफी समय से परेशान था। 19 सितम्बर 2019 को इन लोगों ने पुन: उस पर 32 लाख रुपए देने का दबाव बना दिया, तो उसने मना कर दिया कि वह 3 हजार रुपए के 32 लाख रुपए कैसे देगा। इस पर इन लोगों ने उसके मकान पर ताला ठोक दिया। 20 सितम्बर को उसने पुलिस अधीक्षक व जिला कलक्टर के यहां परिवाद पेश किया। दौसा में परिवाद पेश कर जाते वक्त उसने रास्ते में खान भांकरी फाटक के समीप ट्रेन के नीचे आकर आत्महत्या कर ली।
अस्पताल में ग्रामीणों ने किया हंगामा
सदर थाना पुलिस मृतक शव को जिला अस्पताल लेकर गई तो ग्रामीणों ने यह कहते हुए हंगामा खड़ा कर दिया कि जिन लोगों की वजह से उसने आत्महत्या की है, पहले उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, उसके बाद ही वे शव का पोस्टमार्टम कराएंगे। इस पर सदर थाना प्रभारी रविन्द्र चौधरी व कोतवाली थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा मय जाप्ते जिला अस्पताल पहुंच गए। रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद ग्रामीणों ने मृतक का पोस्टमार्टम कराया।