जयपुर अस्पताल में उनकी देख-रेख कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार सुबह सुरेश बैरवा के परिवार की विधवा बेटी रेखा के अलावा सभी को सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था, लेकिन रेखा की तबीयत रात को बिगडऩे से उसकी मौत हो गई।
उल्लेखनीय है कि टोरड़ा के मलेट्या ढाणी निवासी सुरेश बैरवा (50) ने अपनी पत्नी बिन्नो देवी व दो पुत्र संजय, किशनलाल व एक विधवा पुत्री रेखा (25) के साथ मिलकर विषाक्त पदार्थ का सेवन कर खुदकुशी का प्रयास किया था। पुलिस के अनुसार सुरेश बैरवा के परिवार द्वारा बेटी के प्रेमी संग शादी के लिए मनमर्जी से चले जाने से दुखी होकर यह कदम उठाया गया था।
पुलिस के अनुसार परिवार में घटना के समय पांच जनों के अलावा पुत्री रेखा के एक बालक (4) व एक बालिका (2) भी मौजूद थे, लेकिन उनको विषाक्त पदार्थ नहीं देने से दोनों सुरक्षित हैं। जिनको अन्य लोगों ने सम्भाला।
ससुराल में बेटी को दूरभाष पर बताई थी घटना
पुलिस के अनुसार सुरेश ने मंगलवार शाम को अलवर के टहला गांव में एक बेटी हीना को फोन पर उसकी बहन के प्रेमी संग घर से चले की जाने के बारे में बताया था। हीना ने देवर के साथ सिकंदरा थाने पहुंचकर पुलिस को रिपोर्ट पेश की।