उल्लेखनीय है कि दौसा जिले में मेडिकल कॉलेज खुलने की मांग काफी समय से चल रही थी। अब यहां मेडिकल कॉलेज खुलने से शिक्षा व चिकित्सा के क्षेत्र में काफी विकास होगा। दौसा जिला शिक्षा हब के रूप में विकसित होगा। दौसा जिला सड़क मार्ग की स्थिति से देखा जाए तो एनएच 21 एवं मनोहरपुर-आगरा हाइवे व दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाइवे व अहमदाबाद-दिल्ली रेल मार्ग पर होने से यहां पर राजस्थान ही नहीं, दूसरे राज्यों से भी चिकित्सक की पढ़ाई करने वाले अभ्यर्थी आएंगे।
चिकित्सा सुविधाओं में होगी बढ़ोतरी
दौसा जिला अस्पताल में वर्तमान में 250 बैड हैं। मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए कम से कम किसी भी अस्पताल में 300 बैड होना आवश्यक होता है। ऐसे में अस्पताल में बैड़ों की संख्या बढ़ जाएगी। वहीं यहां पर चिकित्सकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो जाएगी। वर्तमान में जिला अस्पताल की स्थिति सुविधाओं के लिहाज से बहुत ही दयनीय है। मेडिकल कॉलेज चालू होने के बाद यहां पर सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाओं की बढ़ोतरी होगी। मेडिकल कॉलेज में अनुभवी प्रोफेसर चिकित्सक आएंगे। रेजीडेंट चिकित्सक होंगे। ये सभी मरीजों के जटिल केसों को देखेंगे। वर्तमान में जिला अस्पताल में इमरजेंसी, वार्ड, आईसीयू, प्रयोगशालाओं में चिकित्सकों की कमी अखरती है। यहां तक की नाक, कान व गला, आंख, कैंसर आदि बीमारियों के विशेषज्ञों की कमी है। मेडिकल कॉलेज खुलने के बाद इन सभी की कमियां दूर हो जाएगी।
प्रमुख चिकित्साधिकारियों को भेजा पत्र
राजस्थान सरकार के निदेशक (जन स्वास्थ्य) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं ने मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया के लिए दौसा जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्साधिकारी डॉ. सीएल मीना को पत्र भेज दिया है। निदेशक ने दौसा के अलावा अलवर, सवाईमाधोपुर, टोंक, बारां, बूंदी, बांसवाड़ा, चित्तौडगढ़़, गंगानगर, हनुमानगढ़, झुंझुनूं, जालौर, जैसलमेर, करौली, नागौर, प्रतापगढ़ व राजसमंद जिलों के प्रमुख चिकित्साधिकारियों को भी मेडिकल कॉलेज की भूमि आवंटन की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं।
रोजगार के पैदा होंगे अवसर
जिला अस्पताल के मेडिकल कॉलेज में क्रमोन्नत होने के बाद दौसा जिला मुख्यालय पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। यहां जो अभ्यर्थी चिकित्सक पढ़ाई, प्रोफेसर आएंगे और स्टाफ होगा उसकी वजह से कई लोगों के रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
चिकित्सा क्षेत्र में बढेंग़ी सुविधाएं
दौसा में मेडिकल कॉलेज खुलना बहुत बड़ी बात है। इससे चिकित्सा क्षेत्र में सुविधाओं का विस्तार होगा। रोजगार के अवसर पैदा होंगे। डॉक्टर बनने वालों को पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेंगा।
– डॉ. सीएल मीना, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी जिला अस्पताल दौसा