पुलिस को कंपनी की ओर से की गई शिकायत के अनुसार आरोपी विश्वास पांडेय को अरिंदम की रिपोर्ट पर अनुशासनहीनता के आरोप में नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। इसी रंजिश में उसने यह वारदात की। वह कई बार अपने बकाया राशि के लिए कंपनी आ चुका था। शुक्रवार को भी अपने हिसाब—किताब की बात करने के नाम पर कंपनी में आया था। विश्वास के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। इलाहाबाद के रहने वाले आरोपी विश्वास पर कंपनी के अफसर व कर्मचारियों से बुरे बर्ताव का आरोप था। मामले की जांच अरिंदम पाल ने की थी। इसके बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया था। वह पांच महीने से बर्खास्त था।
साथियों ने रोकने की कोशिश की तो उनको भी धमकी पुलिस के मुताबिक शुक्रवार दोपहर विश्वास कंपनी के मुख्य द्वार से घुसा और सीधा अरिंदम के दफ्तर में घुस गया। वहां जाते ही उसने आराम कर रहे अरिंदम पर एक के बाद एक पांच फायर किए। गोली लगने से गंभीर रूप से घायल अरिंदम जमीन पर गिर पड़े और पूरे कमरे में खून फैल गया। गोलियों की आवाज सुनकर जब तक लोग कमरे तक आते विश्वास पांच गोलियां दाग चुका था। साथी कर्मचारियों ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो विश्वास ने रिवॉल्वर दिखाते हुए उन्हें भी गोली मारने की धमकी दी। इसके बाद वह दूसरे गेट से फरार गया। आनन—फानन में अरिंदम को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।