ACA ने रखी थी मांग-
लॉन्गस्टाफ समीक्षा के बाद, बोर्ड पर यह आरोप लगे थे कि उसने ‘हर कीमत पर जीत’ जैसी संस्कृति को प्रोत्साहित करता है और इसी कारण से तीनों प्रतिबंधित खिलाड़ी अपराध में शामिल हुए। ACA ने इसी के आधार पर बैन हटाने की अर्जी रखी थी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इसको नकारते हुए कहा कि ‘ऐसा करना सही नहीं होगा।’ बता दें कि इस प्रतिबंध के आठ महीने गुजर चुके हैं और बैनक्रॉफ्ट के प्रतिबंध की अवधि दिसंबर में समाप्त हो रही है, जबकि वार्नर और स्मिथ पर फरवरी तक प्रतिबंध है। इस बातचीत में सीए कई और मुद्दों पर भी निर्णय लेगी। यह उम्मीद जताई जा रही है कि अन्य मुद्दों के साथ इन क्रिकेटर पर से भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले इन पर से प्रतिबंध हटाया जा सकता है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने दी सफाई-
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अन्तरिम चेयरमैन अर्ल एडिंग्स ने कहा कि “क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया बोर्ड ने ACA सबमिशन के सभी तत्वों पर ध्यान से विचार किया है और यह निर्धारित किया है कि तीन खिलाड़ियों को सौंपी गई स्वीकृति में कोई बदलाव करना उचित नहीं है।”
बंटे हुए आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर-
एसीए हालांकि प्रतिबंध से रियायत की बात कर रहा है, लेकिन आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कई पूर्व प्लेयर्स ऐसे हैं, जो चाहते हैं कि आस्ट्रेलियाई क्रिकेट की प्रतिष्ठा बहाली के लिए उठाया गया यह जरूरी कदम है। टीम के पूर्व तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन ने इस बैन को सही करार दिया है। उनका मानना है कि टीम इस समय मुश्किल हालात से गुजर रही है। उसे हाल में कई मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। इस वजह से स्मिथ और वार्नर को टीम में वापस लेने की मांग बढ़ रही है। लेकिन उनका मानना है कि इन तीनों ने प्रतिबंध को स्वीकार किया है। इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाई है। इसलिए यह बरकरार रहना चाहिए।