होटल के महिला ब्यूटी पार्लर में पंखे से लटकी मिली युवती के शरीर में चोटे निशान देख कई सवाल खड़े हुए। जबकि अस्पताल में परिवार के विकास रक्षक ने बताया कि उसके ताऊ राजकुमार की 24 वर्ष की बेटी बुलबुल होटल के महिला ब्यूटी पार्लर में वेतन पर काम करती थी। शनिवार सुबह अन्य दिनों की तरह वह ब्यूटी पार्लर गई लेकिन देर शाम तक घर वापिस नहीं आई तो ताऊ ने उसे कॉल किया लेकिन उसका मोबाइल रिसीव नहीं हुआ। जिस पर रात दस बजे ताऊ स्कूटी से ब्यूटी पार्लर गए। उसी समय पार्लर के दरवाजे पर अरसद खान, वाहिद और मुजफर दोड़कर आए। जिन्होंने ताऊ को पार्लर में नहीं जाने दिया। लेकिन वे जबरदस्ती अंदर घुस गए तो बुलबुल पंखे से फंदे पर लटकी हुई थी और उसके गले व हाथ पर चोट के निशान थे। विकास ने बताया कि ताऊ ने इसकी सूचना परिजनों को दी तो वे लोग मौके पर पहुंचे और शव को फंदे से नीचे उतारा। इसी दौरान कोतवाली थाने के एएसआई गिरधारी सैनी मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने घटना की जानकारी लेकर शव को डीबी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
बुलबुल के सदमें में आए पिता ने कोतवाली पुलिस को रिपोर्ट दी और बताया क होटल संचालक अरशद, मुजफर, वाहिद और अमजद आदि होटल के स्टॉफ ने मिलकर या तो उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया है या फिर उसकी हत्या की हैं।
पुलिस उप अधीक्षक सुनील झाझड़िया ने बताया कि चार आरोपियों में से अरशद, वाहिद और अमजद को राउंडअप किया गया हैं और जांच के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। जबकि जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव ने एफएसएल टीम को घटना स्थल से साक्ष्य जुटाने को कहा।
इस दुखद घटना की जब रविवार सुबह समाज के लोगों को मिली तो मार्चरी के सामने लागों की भीड़ हो गई। सर्व समाज के लोगों सहित सैन समाज के लोगों ने इस घटना के प्रति आक्रोश व्यक्त किया और दोषियों के खिलाफ शीघ्र कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
राजकीय भरतिया अस्पताल की मोर्चरी के समक्ष बैंठे परिजनों का कहना था कि बेटी को मारने के लिए मजबूर करनेवाले या फिर हत्या करने के आरोपियों की गिरफ्तारी करने पर शव उठाया जाएगा। मोर्चरी के सामने धरने पर बैंठे सर्व और सैन समाज के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
अस्पताल में उस समय माहौल तनाव पूर्ण हो गया जब एक आरोपी का पिता प्रदर्शन करनेवालों के बीच पहुंच गया। आरोपी के पिता जब विरोध प्रकट कर रहे समाज के लोगों से बात करनी चाही तो एक बारगी मामला गरमा गया। तभी आरोपी के पिता चले गए तो माहौल थोड़ा शांत हुआ।
परिवार के लोगों की माने तो ब्यूटी पार्लर के होटल संचालकों की ओर से दिया गया मोबाइल बुलबुल ने क्यों तोड़ा, इसका राज वे आज तक नहीं समझ पाए। परिजनों को इस संबंध में इसकी कोई जानकारी नहीं मिली हैं।
हंसमुख स्वभाव वाली चार भाई बहनों में सबसे छोटी बुलबुल एमए तक पढ़ी है तो वह दो साल से पार्लर में काम कर रही थी। परिवारजनों का कहना था उनकी वह बहादुर बेटी थी, वह इतनी कायर नहीं थी कि खुद गले में फंदा डाल ले।
घर की सबसे छोटी बेटी बुलबुल के साथ हुई घटना पर घर-परिवार में मातम पसर गया। ज्योंही परिवार को यह दुखद जानकारी मिली तो घर में कोहराम मच गया। परिवार के लोग एक साथ बैठकर रात जागकर गुजारी। रविवार सुबह उन्होंने इसकी समाज के लोगों को जानकारी दी।
विधायक हरलाल सहारण, भापजा जिलाध्यक्ष बंसन्त शर्मा, प्रदेश मंत्री डॉ.वासुदेव चावला, श्रीनारायणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील गहलोत, सुरेश सारस्वत, मदन गोपाल बालाण, अनिल सेन, शीशराम गिनड़ी, निरंजन सेन, विष्णु सोनी, विजय वाल्मीकी साहित कई प्रतिनिधि मौंके पर पहुंचे। इसके अलावा पुलिस उप अधीक्षक सुनील झाझड़िया व कोतवाली थानाधिकारी मुकुट बिहारी मोर्चरी के पास पहुंचे तो धरने पर बैठें लोगों ने नारेबाजी कर विरोध प्रकट किया। उन्होंने परिजनों से बात की। जबकि इसकी जानकारी मिलने पर विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग अस्पातल पहुंच गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
उप पुलिस अधीक्षक ने बताया कि होटल में चल रहे महिला पार्लर को पुलिस ने अपनी निगरानी में ले लिया है दूसरी ओर मृतका का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया गया हैं। पुलिस प्रशासन की ओर से मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने के आश्वासन के बाद समाज के लोग माने और चिकित्सा बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया।