घटना के दौरान लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले कि जानकारी ली। समझाइश के बाद लोगों को शान्त किया गया। घटना में घायलों को राजकीय अस्पताल मे भर्ती कराया गया। देर रात तक पुलिस जाब्ता मौके पर तैनात रहा।
पढ़ें अन्य खबर .. चूरू/तारानगर. बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का ढोल पीटने वाली भाजपा सरकार की मुख्यमंत्री प्रदेश में गौरव यात्रा निकाल रही हैं। लेकिन गौरव यात्रा का एक कड़वा सच यह भी है कि मुख्यमंत्री ने खुद साढ़े चार साल पहले तारानगर में बालिका कॉलेज खोलकर आज तक कॉलेज को भवन व व्याख्याता नहीं दे सकी। ऐसे में इन बेटियों का भविष्य कितना उज्जवल होगा इस पर सवाल उठना लाजमी है। ऐसे में सवाल उठता है कि छात्राओं को शायद कॉलेज की दीवारे पढ़ा रही हैं। कस्बे में जनवरी 2014 में 160 सीटों के साथ राजकीय महिला महाविद्यालय स्वीकृत हुआ था। महाविद्यालय में छात्राओं की संख्या भले ही बढ़ाकर 700 कर दी गई हो लेकिन व्याख्याताओं की स्थिति वहीं की वहीं है। व्याख्याताओं के अभाव में छात्राओं की पढ़ाई चौपट हो रही है। तहसील मुख्यालय पर एकमात्र सरकारी महिला महाविद्यालय में दूर-दराज के गांवों की बालिकाएं पढऩे के लिए आती हैं लेकिन पढ़ाई के अभाव में उनको रोजाना निराश होकर लौटना पड़ता है। महाविद्यालय में कला व विज्ञान वर्ग में शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक कुल मिलाकर 29 पद स्थापित हैं लेकिन इनमें से केवल दो व्याख्याता सहित पांच पद ही भरे हैं। 24 पद लम्बे समय से खाली हैं।