राजपूत समाज की महिलाओं में भी जबरदस्त आक्रोश दिखा। महिलाओं ने कहा कि राजपूत समाज की अनदेखी की गई और पुरूषोत्तम रूपाला का टिकट नहीं काटा गया। लेकिन राजपूत समाज में इतनी ताकत है कि वह अच्छे-अच्छे लोगों का टिकट काट सकता है। सभी ने जिला कलक्ट्रेट पर पुरूषोत्तम रूपाला का पुतला भी फूंका। कलक्ट्रेट चौराहे पर मानव शृंखला बनाकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया गया।
जौहर स्मृति संस्थान के उपाध्यक्ष निर्मल कंवर ने बताया कि राजपूत समाज ने मानव शृंखला बनाकर परषोत्तम रूपाला के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। समाज ने मंडल बनाकर शपथ ली कि अगर रूपाला का टिकट रद्द नहीं किया गया तो देशभर का राजपूत समाज लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ वोट करेगा।
गौरतलब है कि राजकोट लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार पुरूषोत्तम रूपाला ने हाल ही में एक बयान दिया था। जिसमें उन्होंने कहा कि विभिन्न राजपूत शासकों और अंग्रेजों के बीच सांठगांठ थी। इस पर क्षत्रिय समाज उनके खिलाफ हो गया और उनका टिकट रद्द करने की मांग की। हालांकि रूपाला कई बार माफी भी मांग चुके हैं। लेकिन विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। बताया जा रहा है कि इस विवाद को शांत करने के लिए कई प्रभावशाली राजपूत नेताओं को समुदाय को समझाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बाद अब वीके सिंह ने राजस्थान में राजपूत समुदाय के संगठनों से मुलाकात की। यहां वह न सिर्फ फीडबैक ले रहे हैं बल्कि लोगों से देशहित में बीजेपी को समर्थन देने की अपील भी कर रहे हैं। हालांकि, दोनों राजपूत संगठनों की केंद्रीय राजपूत नेताओं से मुलाकात में ज्यादातर बीजेपी से जुड़े नेता शामिल हुए। इस बैठक में विरोध प्रदर्शन कर रहे संगठन शामिल नहीं हुए।