ऐसे बांटे गए सेवा स्तर प्रगति संकेतक के अंक
- लीगेसी वेसट रेमेडिएशन – 4 प्रतिशत
- पृथकीकृत संग्रहण एवं परिवहन – 13 प्रतिशत
- संकेत सूचक – 14 प्रतिशत
- दर्शनीय स्वच्छता – 17 प्रतिशत
- स्वच्छता उपयोगिता जल प्रबंधन एवं सफाई मित्र सुरक्षा 22 प्रतिशत
- ठोस अपशिष्ट प्रबंधन – 30 प्रतिशत
सेवा स्तर प्रगति के अंकों के लिए यहां देना होगा ध्यान
सेवा स्तर प्रगति में अंकों के लिए स्रोत पृथक्करण, अपशिष्ट संग्रह, अपशिष्ट प्रसंस्करण, रिसायकल एवं उपचारित कचरे का पुन: उपयोग, लीगेसी वेस्ट का निपटान, सफाई मित्र सुरक्षा, नागरिक प्रतिक्रिया आदि पर लगातार ध्यान देना होगा। वहीं स्वच्छता से संबंधित मिशन लाइफ संकेतकों में कई बिंदु भी शामिल हैं। मसलन घरों में सूखे एवं गीले कचरे को अलग अलग करना दैनिक आदतों में शामिल करना, जलाशय एवं सार्वजनिक स्थानों पर कचरा नहीं फेंकना, पुराने कपड़े एवं किताबें जरूरतमंदों को देना, शहरों एवं जलाशयों से सिंगल यूज प्लास्टिक सफाई अभियान का संचालन करना। स्कूलों में साफ सफाई, विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग कार्यशील शौचालयों की उपलब्धता, स्कूलों से निकलने वाले गीले, सूखे और तरल अपशिष्ट का सुरक्षित निपटान भी किया जाना है। शहरों में खुले में पेशाब करने के नियंत्रण के लिए यलो स्पॉट संकेतक को भी जोड़ा गया है।
इस बार नहीं मिले थे आदेश
चुनाव एवं आचार संहिता के प्रतिबंधों का असर स्वच्छ सर्वेक्षण की गतिविधियों पर पड़ा है। 2018 के चुनावों में स्वच्छ सर्वेक्षण की गतिविधियों को लगातार संचालित करने के निर्देश थे, परंतु इस बार ऐसे आदेश नहीं मिले हैं। मतदान हो चुका है अब मैदानी स्तर पर भी गतिविधियां तेज की जाएंगी।
अभिनव कुमार तिवारी, सहायक नोडल अधिकारी