पुराने भवन में भीग जाते थे दस्तावेज
साल 2021 के माह सितंबर से बारिश के मौसम में जर्जर योजना कार्यालय की छत को तिरपाल से ढंकना पड़ा था। इसके बावजूद उस दौरान कार्यालय में रखे कम्प्यूटर, दस्तावेजों को नुकसान पहुंचा था। कई बार उसकी छत भी गिर चुकी है। वहां मौजूद लोग एवं कर्मचारियों के लिए छत एवं दीवारें खतरा बन चुकी थीं। उसी माह योजना कार्यालय के खतरे को देखते हुए समस्त कर्मचारियों को सारे संसाधन सहित एकता पार्क के सामने ही स्थित पीडब्ल्यूडी के रेस्ट हाउस में शिफ्ट किया गया।
वैकल्पिक योजना कार्यालय में है जगह की कमी
अक्टूबर 2021 से एकता पार्क के बगल से योजना कार्यालय पीडब्ल्यूडी के रेस्ट हाउस में शिफ्ट तो हुआ, परंतु यहां भी कुल चार कमरे ही हैं। बाकी रसोई एवं बाथरूम को भी रिकॉर्ड रूम, बीएलसी शाखा एवं आधार शाखा बनाने के लिए इस्तेमाल में लेना पड़ा। इस योजना कार्यालय में अस्थायी रूप से टॉयलेट बनाए गए। यहां भी हर साल बारिश के दौरान छत को एक बड़ी तिरपाल से ढंकना पड़ता है।
समय लगा तो बढ़ गई लागत
फरवरी 2022 से नए योजना कार्यालय भवन का कार्य शुरू हुआ। माना जा रहा था कि 2022 की बारिश के बाद नए भवन की सुविधा लोगों को मिल जाएगी, लेकिन कार्य की गति काफी धीमी रही। वहीं 75 लाख की लागत से बनने वाले इस भवन की लागत 19 फीसद और बढ़ गई। आने वाले समय में फर्नीचर एवं विभागों को विभक्त करने के कार्य के पूरा होते होते लगभग एक करोड़ रुपए तक लागत पहुंच जाएगी। शुरुआत में नए भवन की जिम्मेदारी सहायक यंत्री ब्रजेश पांडे पर थी, बाद में भवन पूरा होने तक सारी जवाबदेही उपयंत्री रोहित सूर्यवंशी के हवाले कर दी गई।
योजना कार्यालय के नए भवन निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। अब वहां से संचालित होने वाली सभी योजनाओं के विभागों के लिए हॉल को विभक्त किया जा रहा है। साथ ही फर्नीचर एवं जरूरत की अन्य सामग्री की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इसके बाद ही नए भवन में योजना शाखा को शिफ्ट किया जाएगा।
सीपी राय, आयुक्त नगर निगम