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गूगल पे के जरिए दुकानदार से की ठगी

locationछतरपुरPublished: Jul 20, 2019 09:35:19 pm

Submitted by:

Unnat Pachauri

– सामान लेने के बहाने दुकानदार के खाते से अपने अपने खाते में भेजे रुपए

गूगल पे के जरिए दुकानदार से की ठगी

गूगल पे के जरिए दुकानदार से की ठगी

छतरपुर। देश भर में इन दिनों सोशल मीडिया और बैंकिंग एप के जरिए पैसे ठगने का कारोबार काफी बढ़ गया है। हाल ही में कई मामले सामने आए हैं, जिसमें गूगल पे के जरिए कहीं फर्जी नाम और जान पहचान बताकर तो कभी एक अंजान व्यक्ति द्वारा इस ठगी को अंजाम दिया जा रहा है। एक ऐसा ही मामला बीते रोज छतरपुर में सामने है जहां पर एक युवक ने खुद को प्रतिष्ठित व्यक्ति का पुत्र बताकर दुकानदार के साथ ठगी कर ली। जब ठगी होने की जानकारी दुकानदार को लगी तो उसने इसकी शिकायत थाना पुलिस से की गई। लेकिन शिकायत के बाद भी पुलिस द्वारा ममाले में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है। हालाकि आरोपी ठग अभी भी फोन पर बात कर रहा है और खुद को छतरपुर निवासी बता रहा है। ठग द्वारा हाल गुडगांव में रहने और दो माह बाद छतरपुर आने की बात कह रहा है। वहीं मामले में अगर पुलिस द्वारा मोवाइन की लोकेशन के आधार पर आरोपी तक पहुंचने की कोशिश करे तो इस मामले के साथ कई और मामले भी खुल सकते हैं। जानकारी के अनुसार शहर के हनुमान टौरिया के पीछे निवासी हर्षित गुप्ता पिता सुनील गुप्ता देरी रोड पर नल फिटिंग की दुकान किए हैं। हर्षित गुप्ता ने बताया कि गुरुवार को शाम करीब ४.३० बजे मोवाइल न. ७०२७३६३४८५ से ७०००३५९९२९ पर कॉल आया और एक हजार लीटर की पानी की टंकी, पांच बोरी विरला व्हाइट, दो २० लीटर की फेवीकोल की बाल्टी का ऑर्डर दिया और नजरबाग स्थित उसने घर भेजने के लिए कहा और सामान का भुगतान मोवाइल पर करने के लिए कहा, जिसपर गूगल पे द्वारा रुपए भेजने के लिए कहा और मोवाइल मांगा। जिसके बाद गूगल पे में रिक्वेस्ट भेजी और रुपए कलेक्ट करने को कहा। जिसके बाद दो बार दो-दो हजार और एक बाद पांच सौ रुपए हर्षित के खाते से कट गए। यह रुपए बिकास नाम के व्यक्ति के खाते में भेजे गए हैं। कुल पैतालिस सौ रुपए कटने के बाद हर्षित ने युवक द्वारा उसके बताए पते पर पहुंचकर जानकारी की तो युवक द्वारा बताया पता फर्जी निकला। जिसके बाद थाना सिटी कोतवाली पहुंचकर आरोपी पर मामला दर्ज कराया गया। हालकि अभी तक पुलिस द्वारा मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है।
गूगल पे और फोन पे एप के जरिए कर रहे टारगेट
ज्यादातर लोग समझ चुके हैं कि ठग बैंक अधिकारी बनकर फोन करते हैं, अब बाजार में गूगल पे और फोन पे सहित कई ऐप का प्रचलन बढ़ा है। कई लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। ठग इसका फायदा उठा रहे हैं। इसमें ज्यादातर कारोबारियों को ठग टारगेट करते हैं।
ऐसे कम होगा ठगी का ग्राफ
पहले की तुलना में अब ठग लोगों के खातों से बड़ी रकम नहीं चुरा पा रहे हैं। इसके पीछे काफी हद तक ट्रांजेक्शन लिमिट को लेकर बनाए गए नियम हैं। अब ज्यादातर शिकायतें छोटी रकम चोरी की आ रही हैं। इन पर पूरी तरह कंट्रोल के लिए आम जन को भी जागरूक होना पड़ेगा।
ज्यादातर वारदातों में ठग पुलिस के शिकंजे से बाहर
ठगी करने वाले पूरा नेटवर्क मोबाइल फोन के जरिए ऑपरेट करते हैं, इसलिए उनकी सही लोकेशन ट्रेस करने में समय लगता है। इसके अलावा फोर्स की कमी भी कार्रवाई में बड़ी वजह रहती है। जिससे साइबर सेल पुलिस इस तरह के अपराध करने वालों को समय पर नहीं दबोच पा रही है।
ठगों के जाल में फंसने से कैसे बचें
अनजान व्यक्ति के फोन कॉल हो, तो ज्यादा बात न करें। इसका फायदा बदमाश उठाते हैं। इसके बावजूद ठगों के झांसे में फंसे लोग यदि घटना की जानकारी तुरंत दें तो उनके खाते से चोरी रकम को तुरंत रोका जा सकता है।
इनका कहना है
अभी इसकी जानकारी नहीं मिली है, में जानकारी करता हूं और जो संभव होगा, उस तरीके से कार्रवाई की जाएगी।
उमेश शुक्ला, सीएचपी, छतरपुर

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