शहर के नजदीक ढड़ारी की घटना
छतरपुर•Aug 14, 2019 / 12:53 am•
हामिद खान
The injured did not help, busy in making videos, the collector took the hospital
छतरपुर. सागर रोड पर ढड़ारी गांव के पास नेशनल हाइवे पर दो युवक एक्सीडेंट का शिकार होकर खून से लथपथ सड़क पर तड़प रहे थे। घायलों के आसपास बड़ी संख्या में लोग खड़े होकर घायलों का वीडियो बना रहे थे, लेकिन उनकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आ रहा था। इसी दौरान कलेक्टर मोहित बुंदस जटाशंकर से छतरपुर वापिस लौट रहे थे, कलेक्टर ने भीड़ देखकर अपना वाहन रोका और वहां की स्थिति देखी तो घायलों को अपने वाहन से अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन कलेक्टर के कहने के वाबजूद लोग मदद के लिए आगे नहीं आए। फिर कलेक्टर ने एंबुलेंस बुलाकर दोनों घायलों तुरंत जिला अस्पताल भेजा और खुद भी अस्पताल पहुंचे गए।
घायलों के अस्पताल पहुंचते ही कलेक्टर और डॉ. सुषमा खरे, सीएमओ डॉ. विजय पथौरिया तथा सिविल सर्जन डॉ. आरएस त्रिपाठी भी पहुंच गए। समय से अस्पताल पहुंचे दोनों घायल नंदू रैकवार पिता कंछेदी रैकरवार और भगवानदास रैकवार पिता पूरन रैकवार का इलाज किया गया। जिससे उनकी जान बच गई। दोनों को सिर में चोटें आई थीं। सिविज सर्जन आरएस त्रिपाठी ने बताया कि दोनों युवकों की हालत अब ठीक है।
कलेक्टर की भी नहीं सुनी
युवकों को इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे कलेक्टर बुंदस ने वहां मौजूद डॉक्टरों से अपनी आंखों देखी पीडा़ व्यक्त करते हुए बताया कि जब घायल युवकों को उन्होंने बेहोशी अवस्था में देखा और वहां मौजूद लोगों से कहा कि आप लोग फोटो लेने में तल्लीन हैं, इन्हें अस्पताल क्यों नहीं भेजा, मैं आपका डीएम आपसे कुछ कह रहा हूं, लेकिन तमाशबीनों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा। आंखों देखी लोगों की असंवेदनशीलता से वो इतने ज्यादा आहत हुए कि, अपनी उपस्थिति में उन्होंने दोनों युवकों का उपचार कराया। डॉक्टरों से बार-बार वह एक ही सवाल करते रहे कि इनकी जान तो बच जाएगी। डॉ. सुषमा खरे,सीएमओ डॉ. विजय पथौरिया तथा सिविल सर्जन डॉ. आरएस त्रिपाठी ने आश्वासन दिया कि दोनों अब खतरे से बाहर हैं, क्योंकि उनके सिर के बाहरी हिस्से में जो घातक जख्म है,वह जल्द रिकवर हो जाएंगे।
अब घायलों की हालत ठीक है
कलेक्टर दोनों घायलों कों लेकर अस्पताल आए थे, हादसे में उन्हें चोट लगीं थीं, समय से अस्पताल आने से दोनों को इलाज मिला, अब दोनों ठीक हैं।
डॉ. आरएस त्रिपाठी, सिविल सर्जन