सुरक्षा बंदोबस्त में उलझी पुलिस की परेशानी सोशल मीडिया पर दो संदिग्ध आतंककारियों के फोटो, उनसे जुड़े तीन वाहनों के कथित नंबर और उनके एक कैरियर के पासपोर्ट के पहले पन्ने की फोटो ने बढ़ा दी।
सोशल मीडिया और कुछ चैनलों पर इसे पुलिस की ओर से जारी किए जाने की बात कही गई। गाडियों की नंबर प्लेट तमिलनाडु की थी जबकि पासपोर्ट के पहले पन्ने का फोटो केरल के त्रिशूर के एक व्यक्ति का था।
हालांकि, बाद में पुलिस ने किसी संदिग्ध का फोटो जारी करने से इनकार कर दिया। कोयम्बत्तूर पुलिस आयुक्त शरण ने भी कहा कि सोशल मीडिया पर प्रसारित संदिग्ध आतंककारियों के फोटो और गाडिय़ों के नंबर गलत हैं। पुलिस ने ऐसी कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। शरण ने लोगों से सोशल मीडिया और अपुष्ट जानकारी साझा नहीं करने की अपील की।
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों के दौरान आईएसआईएस के केरल-तमिलनाडु मॉड्यूल के दर्जनभर से अधिक संदिग्ध आतंककारियों को कोयम्बत्तूर और तमिलनाडु के दूसरे हिस्सों से पकड़ा जा चुका है।
श्रीलंका में ईस्टर पर हुए धमाकों की चेतावनी भी भारतीय खुफिया एजेंसियों ने श्रीलंका को कोयम्बत्तूर में पकड़े गए इन आतंकरियों से मिली सूचना के आधार पर ही दी थी।
वर्ष 1998 में कोयम्बत्तूर में भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी की सभा से पहले हुए सिलसिलेवार धमाकों में पांच दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।