इससे पहले अध्ययनमण्डल के सात सदस्य बंद कमरे में पाठ्यक्रम तैयार करते थे, लेकिन विवि ने निर्णय लिया कि इस बार लोगों से सुझाव लेकर पाठ्यक्रम तैयार कराया जाएगा। अध्ययनमण्डल में एक कन्वीनर, चार सदस्य तथा दो बाह्य सदस्य होते है, लेकिन यह बाह्य सदस्यों की बैठकों में उपस्थिति कम रहती है। पाठ्यक्रम में गुणवत्ता, व्यापकता, रोजगारमुखी तैयार होगा।
४० से अधिक विशेषज्ञ होंगे शामिल
विवि के उप कुलसचिव बिट्ठल बिस्सा ने बताया कि बैठकों में करीब ४० से अधिक लोग शामिल होंगे। इसमें शिक्षक, व्याख्याता, व्यापारी, सेवानिवृत प्रोफेसर, अभिभावक, विषय के टॉपर सहित अन्य वर्ग के लोग शामिल होकर सुझाव देंगे। बिस्सा ने बताया कि कला, वाणिज्य, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, विधि, शिक्षा, स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम तैयार होंगे।
चुनाव के बाद बैठकें होगी। इसमें सभी वर्ग के लोगों से सुझाव मांगेंगे कि वे कैसा पाठ्यक्रम चाहते है। इसके बाद एक कमेटी के सामने यह सुझाव आएंगे, फिर पाठ्यक्रम तैयार होगा।
प्रो. भागीरथसिंह बिजारणियां, कुलपति, महाराजा गंगासिंह
विवि, बीकानेर