जिला कलक्टर ने बागड़ी अस्पताल में निरीक्षण किया। यहां पर वार्ड में भर्ती एक बच्चे को बुखार से तपते देखकर, उन्होंने थर्मामीटर मंगाकर उसकी बुखार नापने की बात कही। इस पर अस्पताल में थर्मामीटर नहीं होने की बात सामने आने पर गुस्सा आ गया। उन्होंने मौके पर मौजूद चिकित्सा कर्मियों को फटकार लगाते हुए कहा कि अस्पताल में थर्मामीटर ही नहीं है, क्या मजाक बना रखी है।
बाद में बाहर से थर्मामीटर मंगवाया गया, तो वह भी सही नहीं था। इस पर कलक्टर ने खुद का पर्स निकालते हुए थर्मामीटर के लिए पैसे देना चाहा, इसी दौरान एक नर्सिंगकर्मी ने थर्मामीटर लाकर बच्चे का बुखार नापती नजर आई। अस्पताल में कलक्टर आगमन की सूचना पर लोग एकत्रित हो गए और कुछ ने अस्पताल की बिगड़ी व्यवस्था को लेकर शिकायत भी की।
लोगों ने बताया कि आमजन को सही उपचार नहीं मिल रहा है। डॉक्टर आपस में झगड़ा करते रहते हैं, लोगो को मामूली ईलाज के नाम पर भर्ती नही किया जाता है। कलक्टर ने मौके पर ही जिम्मेदारों को तुरंत व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए। बाद में बीसीएमओ डॉ.श्याम बजाज, प्रभारी डॉ पीसी तंवर सहित अन्य डॉक्टरों व चिकित्सा कर्मियों से बैठक कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली।
अस्पताल की तुरंत व्यवस्थाएं सुधारने की सख्त हिदायत भी दी। कलक्टर के निरीक्षण के दौरान एसडीएम एसआर वर्मा, तहसीलदार द्वारका प्रसाद शर्मा, ईओ चंद्रप्रकाश सारस्वत, सीआई मनोज शर्मा सहित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
समस्याएं बताई
एसडीएम ऑफिस में जनसुनवाई के दौरान बड़ी तादाद में पहुंचे लोगों ने कलक्टर को समस्याएं सुनाई। जनसुनवाई के दौरान वार्ड 6 व 7 के बाशिन्दों ने सीवरेज की समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि वहां पर एक अतिक्रमण के कारण समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। इस पर कलक्टर ने तुरंत ईओ सीपी सारस्वत को बुलाकर उसकी रिपोर्ट भिजवाने की बात कही।
काहिरा के एक ग्रामीण ने गांव की भूमि पर अतिक्रमण करने और तहसीलदार द्वारा तीन बार हटाने के बाद भी उसी व्यक्ति द्वारा कब्जा करने की जानकारी दी। कलक्टर ने तत्काल तहसीलदार द्वारकाप्रसाद शर्मा को मौके से अतिक्रमण हटाने और कब्जा करने वालों पर कार्यवाही करने की बात कही।
हिमटसर में मनरेगा में जॉब मांगने आए एक युवक को देखकर उन्होंने विकास अधिकारी को बुलाया और प्रधानमंत्री आवास योजना के आवासों की बकाया किश्तों का भुगतान नही करने पर लापरवाह कार्मिकों पर कारवाई करने, गांव में जाकर मौके की स्थिति देखकर रिपोर्ट देने के आदेश दिए।
करें कार्रवाई
कलक्टर ने गोचर भूमि में बने अतिक्रमण हटाने, नवलीगेट गेट से एक अतिक्रमी द्वारा रोके गए रास्ते को खुलवाने, अवैध मांस की दुकानों को बंद करवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। तहसील में स्टाप दो माह से नही होने की जानकारी देने पर कलक्टर ने बताया कि जिले में सब जगह उपलब्ध है। नोखा में स्टाम्प मंगवाने के तहसीलदार को आदेश दिए। आवारा गो वंश के पुर्नवास की मांग को लेकर भी ज्ञापन दिया गया।
मची रही खलबली
कलक्टर दोपहर बाद 4 बजे नोखा पहुंचे, उनके पहुंंचने की सूचना मिलते ही सभी विभागों में खलबली मच गई। अधिकारी व कर्मचारी अपनी सीटों से बैठे नजर आए। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों व कर्मचारियों की सांसे अटकी रही।