इनका कहना है
सार्वजनिक रूप से परीक्षा परिणाम घोषित करने के दौरान फेल होने वाला कोई बच्चा आक्रोशित या कुंठाग्रस्त हो सकता है। इस दौरान शिक्षकों के साथ भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है। इसकी जिम्मेदारी न विभाग लेगा और न ही अधिकारी।
किशोर पुरोहित, प्रदेश संरक्षक शिक्षक संघ भगतसिंह।
सार्वजनिक स्थान पर परीक्षा परिणाम घोषित करने पर शिक्षकों को जान माल का खतरा हो सकता है। प्रदेश में कार्यरत किसी भी शिक्षक के साथ अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग व सरकार की होगी।
मोहरसिंह सलावद, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, रेस्टा बालसभा के दिन सार्वजनिक रूप से परिणाम घोषित करने के दौरान कुछ भी घटना घटित हो सकती है। यह आदेश ही गलत है। इस आदेश को वापिस लेने के लिए निदेशक से मिलकर बात की जाएगी।
श्रवण पुरोहित, प्रदेश मंत्री, शिक्षक संघ शेखावत