राजनीतिक नहीं आस्था का विषय…
उन्होंने बताया कि कठिन प्रयास और समाज में अनुकूलता के कारण संघ का विस्तार हो रहा है। युवा छात्र लगातार संघ से जुड़ रहे हैं। राम मंदिर को आस्था का प्रश्न बताते हुए मनमोहन वैद्द ने कहा कि 370 धारा का प्राविधान तो संविधान में अस्थायी रूप में था। इसे आम सहमति से हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि संघ का मानना है कि सरकार ही सबकुछ नहीं करेगी। समाज को स्वयं अनपा काम करना होगा। इसी भावना को लेकर संघ समाज में परिवर्तन के लिए सक्रिय है। उन्होंने कहा कि जात-पांत को मिटाने और सामाजिक समरसता जागृत करने को संघ के स्वयंसेवक काम कर रहे हैं। भारतीय नस्लों की गायों का संवर्धन करने की आवश्यकता पर वैद्द ने बल देते हुए कहा कि स्वयं सेवक इस दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में एकल परिवार का चलन बढ़ने के कारण परिवार में मूल्यों का क्षरण हो रहा है।
मनमोहन वैद्द ने पर्यावरण की रक्षा के लिए थ्री पी का फार्मूला दिया। पौधे लगाना, पानी का कम प्रयोग और प्लास्टिक का इस्तेमाल न करना। उनका कहना है कि यही थ्री पी पर्यावरण को सरंक्षित कर सकेंगे। उन्होंने आरएसएस की उपलब्धियों और शाखाओं में वृद्धि का भी ब्यौरा दिया। वेब साइट के जरिये ज्वाइन आरएसएस के नाम से योजना शुरू की गई थी। इसके बाद तो बहुत लोग जुड़े। कार्यकारी मंडल की बैठक में सरसंघ चालक मोहन भागवत समेत समस्त प्रांतीय अधिकारी और 350 प्रतिनिधि शामिल हुए।