उधर बहुधा यात्रा ( Bahuda Yatra ) की तैयारियां शुरू हो गई हैं। महाप्रभु अपने भाई और संग श्रीमंदिर लौटेंगे। बहुधा यात्रा के बाद सोनावेश और मंदिर में प्रतिष्ठापित हो जाएंगे। हालांकि गुंडिचा मंदिर में महाप्रभु जगन्नाथ को संध्या धूप की परंपरा में कोई विलंब नहीं हुआ। यह अपने निर्धारित समय पर ही समाप्त हुई। पर दइतापति और श्रीमंदिर प्रशासन की तरफ से तैनात सुरक्षा बल के बीच विवाद के कारण रात 12 बजे के बाद तक हेरा पंचमी की पूजा परंपरा पूरी नहीं हो सकी थी।
घटना के अनुसार श्रीमंदिर प्रशासन का सुरक्षा बल जेटीपी और गुंडिचा में सेवा में लगे दइतापति के बीच प्रवेश को लेकर विवाद हो गया जो बढ़ता गया। बताते हैं कि किसी श्रद्धालु को धक्का लगने के कारण विवाद बढ़ता गया। बताते हैं कि दइतापति से हाथापाई भी हुई। आरोप प्रत्यारोप के बीच जेटीपी के जवान ने श्रीमंदिर कमांडर को घटना की लिखित शिकायत भी दी। श्रीमंदिर प्रशासन ने किसी तरह बीचबचाव करके विवाद शांत कराया। प्रशासन के अनुसार घटना की जांच की जा रही है।