रथयात्रा चार जुलाई से शुरू होगी। राज्य सरकार ने 200 नई बसें चलाने का निर्णय लिया है। कुछ स्पेशल ट्रेनें भी हमेशा की तरह चलाई जाएंगी। फानी तूफान के कारण श्रीमंदिर को भी क्षति पहुंची है। लगभग पांच करोड़ की क्षति का अनुमान लगाया गया है। श्रीमंदिर के मुख्य प्रशासक पीके महापात्रा ने बताया कि श्रीजगन्नाथ मंदिर पूरी तरह से सुरक्षित है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षक ने ड्रोन सर्वे रिपोर्ट श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति को सौंपी। रथयात्रा के लाइव प्रसारण पर शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा। प्रसारण के लिए नीलामी को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था, जिस पर एक पक्ष ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
बता दें कि कहर बरपाने वाले फानी तूफान ने सबसे ज्यादा पुरी को प्रभावित किया था। तूफान से बिजली के खंभे टूट गए थे, पेड़ उखड़ गए। लाखों लोग बेघर हो गए। आज तक कई इलाकों में बिजली व संचार व्यवस्था बहान नहीं हो पाई है। तूफान के दौरान चली तेज हवाओं के कारण मंदिर के उपर लगा पवित्र ध्वज भी उड़ गया था। तूफान का सामना करने वाले ओडिशावासियों ने ऐसा होते हुए पहली दफ़ा देखा था। श्री मंदिर के उपर से ध्वज का उतरना अपशगुन माना जाता है। कहा जाता है कि ऐसा होने पर राज्य को भारी तबाही का सामना करना पड़ता है।