अचानक आदेश को किया निरस्त….
यह राशि उन्हें रुटिन प्रोत्साहन राशि के रूप में दी गई है। सभी को पहले यह पैसा मात्र 1 हजार रुपए दिया जाता था, लेकिन 11 सितंबर, 2018 को पीएम की घोषणा के अनुसार विभाग ने आचार संहिता के दौरान इसे बढ़ाकर अक्टूबर से लाभ देना शुरु करने संबंधी आदेश दे दिया। बाद में अचानक विभाग ने उसी दिन इस आदेश को निरस्त करते हुए पहले की ही व्यवस्था लागू कर दी।
एक ही दिन के घटनाक्रम से प्रदेशभर की आशाओं में जमकर आक्रोश फैल गया। आशाओं का आरोप है कि प्रधानमंत्री की 11 सितंबर 2018 की घोषणा का समय पर पालन नहीं किया गया और आचार संहिता के बीच एक ही दिन में पहले आदेश दिया फिर इसे निरस्त कर दिया। जबकि घोषणा को समय पर लागू किया जा सकता था।
परेशान होकर निरस्त किया….
अफसरों ने आचार संहिता में प्रधानमंत्री की घोषणा के हवाले से आदेश जारी किया है। इसे आला अफसरों ने गंभीरता से लिया। कुछ अफसरों को जमकर फटकार भी लगाई गई कि आचार संहिता के बाद एेसा निर्णय क्यों लिया गया। इसके चलते तीन घंटे बाद ही आदेश निरस्त कर दिया।
प्रधानमंत्री की घोषणा और उस पर भारत सरकार का निर्णय आचार संहिता के पहले का है, इसलिए आदेश जारी किया गया था। बाद में विचार किया गया कि चुनाव के बाद ही इसे लागू किया जाए, इसलिए इसे निरस्त कर दिया गया है।
– धनराजू एस, मिशन संचालक, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन