पुलिस के मुताबिक, दुर्गा नगर निवासी 21 वर्षीय प्रतिज्ञा कुमारी पिता वसंत राव राजीव गांधी कॉलेज से लैब टेक्निशियन का कोर्स कर रही थी। वह द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। मंगलवार की शाम पांच बजे वह कॉलेज से लौटकर कमरे में चली गई।
रात साढ़े सात बजे पिता लौटे, तो दरवाजा खटखटाया। पिता को लगा कि बेटी सो रही है। रात आठ बजे तक दरवाजा नहीं खुला, तो एक बार फिर दरवाजा खटखटाया। लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई।
इसके बाद कमरे के पीछे से जाकर खिड़की से देखा तो प्रतिज्ञा फांसी के फंदे पर लटकी मिली। परिजनों ने उसे फंदे से नीचे उतारा तब तक काफी देर हो चुकी थी।
प्रतिज्ञा को बचपन से था दादा से लगाव
बसंत ने बताया कि उनके पिता चंन्द्रशेखर की 72 साल की उम्र में 31 जनवरी की मौत हो गई थी। प्रतिज्ञा बचपन से ही दादा से बहुत लगाव रखती थी।
उसका सुसाइड नोट दादा के फोटो के सामने रखा मिला है। बसंत का अनुमान है कि इसके बाद वह फांसी लगाई होगी। छात्रा तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी।
तकलीफ नहीं देना, दादी का ख्याल रखना
सुसाइड नोट में उसने लिखा कि मैं अपनी इच्छा से आत्महत्या कर रही हूं..। किसी को तकलीफ नहीं देना। दादाजी की याद आ रही है। मेरे नाम से रोना मत, दादी का ख्याल रखना। पुलिस ने सुसाइड नोट को जांच के लिए भेजा है। साथ ही उसके मोबाइल की जांच भी की जा रही है।