सिद्धू ने पुलवामा में आतंकी हमले के बाद कहा था, ”कुछ लोगों की करतूत के लिए पूरे देश को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है?’ ये एक बेहद कायराना हमला था। मैं इस हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हिंसा को किसी भी तरीके से जायज नहीं ठहराया जा सकता। जिन्होंने ऐसा किया है, उन्हें इसकी सजा मिलनी ही चाहिए। भारत-पाकिस्तान के बीच मुद्दों का स्थायी समाधान खोजने की जरूरत है। इस तरह के लोगों (आतंकवादियों) का कोई देश, धर्म और जाति नहीं होती है। चंद लोगों की वजह से पूरे राष्ट्र को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
सिद्धू ने एक बार फिर से अपने बयान पर कयाम करते हुए कहा था कि, 1999 के कंधार हाइजैक का जिक्र कर पूछा कि कंधार में आतंकियों की बेड़िया किसने खोलीं? उन्होंने कहा, ‘उसे किसने रिहा किया। वह किसकी जवाबदेही है।’
दिग्विजय ने भी भाजपा सरकार पर उठाए थे सवाल
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने केन्द्र सरकार पर सवाल उठाए थे। दिग्विजय सिंह ने ट्ववीट करते हुए कहा था, क्या जेश-ए-मोहम्मद ने 2 दिन पहले सुसाइड बॉमबिंग करने की धमकी दी थी? यदि दी थी तो राज्य सरकार और केंद्र सरकार क्या करती रही? इस बारे में क्या मोदी जी कुछ प्रकाश डालेंगे? वहीं, दिग्विजय ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए शोक प्रकट किया है। दिग्विजय सिंह ने आतंकी हमले के पीछे इंटेलिजेंस फेल्योर को बताया है। वहीं, दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी से सवाल किया है कि केंद्र सरकार क्या इंटेलिजेंस फेल्योर की जांच कराएगी?