मुमताज खान एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के सीनियर ज्वाइंट सेक्रेटरी भी हैं। बता दें कि मुमताज खान इससे पहले तीन ओलिंपिक, तीन कॉमनवेल्थ गेम्स, एक यूथ कॉमनवेल्थ, पांच बार एशियन एथलेटिक्स और पांच बार सेफ गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। प्रदेश के एकमात्र एथलेटिक्स मुमताज खान ने अब तक बीजिंग ओलिंपिक, लंदन, रियो, आस्ट्रेलिया, पूना, महाराष्ट्र, दिल्ली, जकार्ता, चाइना, कोलंबो, कोष्टा, कोरिया, साउथ कोरिया, ईराक, मलेशिया के अलावा अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
वे एक अच्छे एथलीट भी रहे हैं। वे प्रदेश में आज भारत के मैनेजर के रूप में चुने गए हैं। अब वे प्रदेश में आल इंडिया आर्डिनेंस गेम्स, पुलिस गेम्स, सीआईएसएफ जैसी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाएं करा चुके हैं। भारतीय दल का मैनेजर बनाने के बाद मुमताज खान ने पत्रिका से बातचीत की।
कैसे सभांलते हैं इतने बड़े दल को
चूंकि मैं लगातार इतने सालों से भारतीय दल को संभालते आ रहा हूं। शुरू में जरूर दिक्कतों का सामना करना पड़ा, पर अब जब कि मैं भारत का लगातार प्रतिनिधित्व कर रहा हूं तो अब आसान लगता है। डेली रात को 11 बजे सभी की मीटिंग करना, हर खेल के बारे में खिलाडिय़ों के बारे में जानकारी लेता हूं। कहीं कोई समस्या या किसी भी खेल में कोई परेशानी होती है तो हम लोग मिलकर ठीक करते हैं।फेडरेशन से आप खिलाडिय़ों के लिए क्या चाहते हैं
हम खिलाडिय़ों के लिए अच्छी सुविधाएं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी आगे आएं इसके लिए एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया से उम्मीद करते हैं। खेलों को बढ़ाने और अधिक से अधिक स्पर्धाएं कराने के लिए फेडरेशन से चर्चा भी करते हैं। जल्द ही एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता आयोजित करेगा ऐसी उम्मीद है।आपको लाइफ टाइम अवॉर्ड कब मिल रहा है
देखिए , यह मेरा काम नहीं है, लाइफ टाइम अवॉर्ड का मुझे कोई लालच नहीं है, मैं तो सिर्फ खेलों के लिए काम कर रहा हूं यह सरकार का काम है कब और किसे अवॉर्ड देना है।एशियन गेम्स में खिलाडिय़ों से क्या उम्मीद है
इस बार एशियन गेम्स में हमारे खिलाड़ी मेडल टेली में सबसे ऊपर होंगे। जूनियर खिलाडिय़ों में भी खासा उत्साह नजर आ रहा है। हमारे खिलाड़ी एथलेटिक्स की स्पर्धाएं शुरू होते ही मेडल टेली में शीर्ष पर होंगे।मप्र एथलेटिक्स को आप कैसे देखते हैं
मैं समझता हूं मप्र में अच्छे एथलीट उभर कर सामने आ रहे हैं। यहां मप्र खेल अकादमी की बात करें तो खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया भी खेल के हर क्षेत्र में हर खिलाड़़ी से स्वयं जानकारी लेती हैं। वे खुद भी घुड़सवारी की एक अच्छी खिलाड़ी रही हैं। एथलेटिक्स हो या शूटिंग अकादमी और घुड़सवारी जैसे हर खेलों की बारीकी से नजर रखती हैं। आपको बता दूं कि इससे पहले उन्होंने बीजिंग ओलिंपिक में स्वयं जाकर खेलों के बारे जाना और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं की जानकारियां लीं।