आपको बता दें कि 17 जून की रात भोपाल के निशातपुरा स्थित बेस्ट प्राइज के सामने अस्सी फीट रोड पर लगी पुलिस टीम में जसंवत चंदेल, द्वारका परमार और एएसआई अमृतलाल भिलाला तैनात थे। गाड़ियों की चैकिंग के दौरान उन्हें एक तेज रफ्तार कार सामने से आती दिखाई दी। पुलिसकर्मियों ने कार को रुकने का इशारा किया, लेकिन कार रुकने के बजाए और तेज हो गई। इसी दौरान चेकिंग प्वाइंट से पहले स्पीड ब्रेकर पर कार जोर से उछली और एएसआई अमृतलाल भिलाला को अपनी चपेट में लेकर आगे बढ़ गई।
एएसआई को टक्कर मारकर अपने साथ घसीटते ले जाते देख आरक्षक द्वारका परमार ने पीछे दौड़ लगा दी। जब कार ने उसकी रफ्तार बढ़ाई तो वे एक बाइक सवार से लिफ्ट लेकर कार का पीछा करने लगे। इस दौरान उन्होंने कार का नंबर नोट कर लिया था। इसके बाद कार से एएसआई छूट गए तो आरक्षक उनको लेकर पास के निजी अस्पताल पहुंचा था। यहां स्थिति गंभीर होने पर उन्हें नर्मदा अस्पताल ले गए।
पकड़े जाने के बाद आरोपियों ने खुलासा किया कि घटना के समय मयंक आर्य कार ड्राइव कर रहा था। वह पीपुल्स मॉल से फिल्म देखकर लौट रहे थे। जैसे ही वह अस्सी फीट पर पहुंचे तो पुलिस चेकिंग कर रही थी। उससे बचने के लिए वहां से तेजी से कार निकाली, जिसके सामने एएसआई अमृतलाल भिलाला आ गए जिससे वे डर गए और कार को भगाकर ले गए। जहां रास्ते में कमलादेवी स्कूल के पास ब्रेकर में कार उछली और एएसआई के ऊपर से कार निकल गई।