एक साथ पांच लोगों को नदी में डूबते हुए जब पास में ही स्थित पुल पर से गुजर रहे लोगों ने देखा तो न केवल मदद के लिए दौड़े बल्कि पुलिस को भी घटना की सूचना की। पुलिस ने गोताखोरों को बुलवाकर नदी में डूबे सभी लोगों की तलाश शुरू कराई। एक घंटे की मशक्कत के बाद सभी लोगों के शव नदी से बाहर निकाल लिए गए।
यहां बतादें कि बारिश खान अपने अन्य परिवार के सदस्यों के साथ महाराष्ट्र के नागपुर शहर में रहकर पानी पूरी का काम करते थे। बेटी की शादी के लिए वे अपने अमायन स्थित घर पर परिवार के साथ आए हुए थे। 28 अप्रेल को बेटी का विवाह करने के बाद वे 30 अप्रेल को ग्राम अतरसूमा में अपने-अपने बहनोई असगर खान उर्फ पप्पू की बेटी (भांजी) की शादी में शरीक होने गए थे जहां से लौटते वक्त वह भतीजे व भतीजियों के साथ हादसे का शिकार हो गए।
एसडीएम लहार मोहम्मद इकबाल व भिण्ड एसडीएम एचबी शर्मा ने संयुक्त रूप से बताया कि फिलहाल मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से 15-15 हजार रुपए उपलब्ध कराए जा रहे हैं। बाद में शासन की ओर से प्रत्येक मृतक के वारिस को चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
माफिया ने सिंध में किए 35 से 40 फीट गहरे गड्ढे रेत माफिया द्वारा सिंध नदी में पनडुब्बी व थ्रीडी के जरिए किए जा रहे अवैध खनन के चलते 35 से 40 फीट गहरे गड्ढे कर दिए गए हैं। नदी कहां गहरी है और कहां सतह ठीक है कोई भी अंदाजा नहीं लगा सगता। सिंध में बीते चार साल में गड्ढों में फंसकर एक दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। बावजूद इसके सिंध नदी का स्वरूप बिगाडऩे में सक्रिय माफिया पर ठोस कार्यवाही नहीं हो पा रही है।