यहां बतादें किसानों द्वारा जर्जर विद्युत लाइनों से हो रही आगजनी की घटनाओं के संबंध में प्रशासन को कई बार शिकायतें की गईं लेकिन न तो लाइनें दुरुस्त कराई गईं और ना ही बिजली से होने वाले किसानों के नुकसान का मुआवजा बिजली कंपनी से दिलाने की कार्यवाही की जा रही है। 15 मार्च से लेकर अभी तक लहार, मेहगांव, अटेर, भिण्ड तथा गोहद क्षेत्र में आगजनी की 35 से ’यादा घटनाएं हो चुकीं हैं। आगजनी की इन घटनाओं में 40 से अधिक किसानों का करीब 50 लाख से ’यादा का गल्ला आग की भेंट चढ़ गया है।
दूरी के कारण समय पर नहीं पहुंच पाते अग्निशामक वाहन : यहां बतादें कि मौ, रौन, मिहोना, अटेर, फूप तथा गोहद चौराहा क्षेत्र में दमकल नहीं हैं। इन इलाकों में होने वाली आगजनी पर भिण्ड, मेहगांव, लहार एवं गोहद से वाहन पहुंचते हैं। ऐसे में दमकलों को घटनास्थल पर पहुंचने के लिए औसतन 45 मिनट से एक घंटा तक लग जाता है। तब आग अपना काम कर चुकी होती है।
17 दमकलों में से 08 वाहन ही कर रहे काम जिले में 17 अग्निशामक वाहन हैं जिनमें आठ मालनपुर में हैं जिसमें एक दमकल दो वर्ष पूर्व दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हो गई थी तब से वैसी ही हालत में है। जबकि तीन अग्निशामक वाहन मरम्मत के लिए दो माह पूर्व भेजे गए थे जो अभी तक दुरुस्त होकर नहीं आए हैं। औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर में आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए केवल चार अग्निशामक वाहन हैं। जबकि मेहगांव, गोहद, लहार, भिण्ड, गोरमी में कुल 8 दमकलें मुहैया कराई गईं थीं जिनमें से पांच अग्निशामक वाहन ही काम कर रहे हैं। शेष खराब हालत में हैं।
दो स्थानों पर जली लाखों की फसल मंगलवार अल सुबह अटेर क्षेत्र के ग्राम परा के हार में पूरन राठौर पुत्र हुब्बलाल राठौर के 14 बीघा जमीन में खड़ी गेहूं की फसल में बिजली लाइन में हुई शॉटसर्किट से आग लग गई। आगजनी में किसान पूरन राठौर का करीब तीन लाख का नुकसान होना बताया जा रहा है। वहीं लहार क्षेत्र के दबोह अंतर्गत खजूरी मार्ग किनारे कृषक लोटन चकवा, नीलू तेहरिया के गेहूं की कटी रखी फसल में सोमवार देर शाम विद्युत लाइन के शॉटसर्किट से आग लग गई। आगजनी में दोनों ही किसानों का करीब पांच लाख से अधिक का नुकसान बताया गया है।
&दमकलों के खराब होने की जानकारी नहीं थी। एक बारे चैक करके हम सभी अग्निशामक वाहनों को दुरुस्त कराएंगे। बिजली कंपनी को भी लाइनें दुरुस्त करने के निर्देश दिए जाएंगे। डॉ. जे विजय कुमार, कलेक्टर भिण्ड