पद्मनापुर पुलिस का कहना है कि पीडि़त परिवार का बहुमंजिला मकान है। घर के नीचे को छात्रों को किराए पर दिया है। उपरी मंजिल में पंसारी परिवार रहता है। घर में प्रवेश करने के बाद छोटा सा बरामदानुमा कमरा है। @Patrika. कमरे में पाइप लगा हुआ है। शौर्य रोज कभी रस्सी तो कभी मां का दुपट्टा का छोर पाइप में बांधाता और झूला झूलता। पुलिस का अनुमान है कि झूला झूलते समय दुपट्टा का छोर हाथ से फिसलकर गले में जा फंसा।
शौर्य पंसारी के पिता शरद पंसारी एक सप्ताहिक समाचार पत्र के प्रधान संपादक है। उनकी पत्नी रत्ना मोहल्ले में जनरल स्टोर्स चलाती है। घर पर शौर्य पंसारी अपनी तीन साल की छोटी बहन चिंकी के साथ था। @Patrika. रात लगभग आठ बजे दुकान से रत्ना पंसारी घर आई तब इस घटना का खुलासा हुआ। अपने बेटे को फंदा पर झूलते देख वह बदहवास हो गई। पड़ोसियों की मदद से शौर्य को पहले पद्मनाभपुर वीवाय हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां से जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
शौर्य डीएवी स्कूल हुडकों में सातवीं का छात्र था। गुरुवार को उसकी वार्षिक परीक्षा शुरू होने वाली थी। परिवार के सदस्यों ने बताया कि शौर्य होनहार था। @Patrika. पढ़ाई में होशियार था। दोपहर में पढ़ाई करने के बाद वह शाम को खेल रहा था।