33 वर्षीय राहुल ने बताया कि चयन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजन समिति के सदस्यों के लिए ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए। जिसमें खेल से जुड़े देश के लाखों लोगों ने हिस्सा लिया। कई प्रक्रियाओं ने गुजरने के बाद उनका चयन हुआ। वे प्रदेश के इकलौते व्यक्ति हैं जिनका चयन फीफा वल्र्डकप 2017 के आयोजन समिति के सदस्य के रूप में हुआ है। अगस्त के आखिरी सप्ताह में होने वाले इंडक्शन प्रोग्राम में फीफा संघ द्वारा राहुल को कार्यों का दायित्व सौंपा जाएगा।
राहुल के पिता तपन मुखर्जी पूर्व बीएसपी कर्मचारी व स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया टीम के प्लेयर थे। इसके अलावा ओआरई नेशनल फुटबॉल क्लब के लिए भी खेलते थे। वहीं माता स्वागता मुखर्जी नेशनल लेवल डांस टीचर थी। राहुल ने बताया कि उन्हें शुरू से ही माता-पिता से खेल के लिए प्रोत्साहन मिलता रहा। साथ ही उनके वे अपना मार्गदर्शक छत्तीसगढ़ फुटबॉल संघ के असिस्टेंट जनरल सेक्रेटरी मोहन लाल को मानते हैं।
राहुल ने बताया वे स्कूल के समय से ही फुटबॉल के प्रति उनका लगाव था। शंकराचार्य से बीबीए में ग्रेजुएशन करने के बाद विवि स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए की डिग्री ली। पढ़ाई के साथ साथ फुटबॉल से जुड़े रहे। इस दौरान उन्होंने छग स्टेट लेवल रैफरी का दायित्व भी निभाया। फिलहाल वे मुंबई में ऐक्सीस बैंक के कॉर्पोरेट ब्रांच ऑफिस में डिप्टी मैनेजर के पद पर कार्यरत है। राहुल का मानना है बिना संघर्ष कोई भी सफलता की ऊंचाई नहीं छू सकता।