गौरतलब है कि जिले में एक जून से अब तक औसत 364 एमएम बारिश होनी चाहिए इसके मुकाबले 342 एमएम हुई है, जो खेती और बांधों में पानी की जरूरत को देखते हुए सही मानी जा रही है। इस बारिश से बयाना क्षेत्र के बंध बारैठा बांध में 20 फीट पानी आ गया है, जिसकी भराव क्षमता 29 फीट है। वहीं अजान में 2.5 फीट, चिकसाना बांध में 5 फीट और लालपुर बांध में 3.5 फीट पानी आ चुका है।
इसके चलते अब तक 364 एमएम बारिश के अनुमान के मुकाबले 342 एमएम हो चुकी है। इसके चलते शनिवार को भरतपुर में 7 एमएम, कुम्हेर में 4, नदबई में 2, सेवर में 11, डीग में 4, कामां 5, बयाना में 5, वैर में 3, भुसावर में 3 और रूपवास में 3 एमएम बारिश दर्ज की गई है। पिछले दिनों में बारिश नहीं होने से लोग गर्मी से बेहाल थे। वहीं किसान आस लगाए बैठे थे। क्योंकि, जिले में 02 लाख 67 हजार किसानों ने 02 लाख 72 हजार हैक्टेरयर भूमि में खरीफ फसल की बुवाई की है। इन्हें पानी का इंतजार था। अब इनकी परेशानी खत्म हो गई, जिससे चेहरों पर मुस्कान है।
जलसंसाधन विभाग भरतपुर में एक्सईएन बनैसिंह का कहना है कि एक जून से अब तक जिले में 364 एमएम बारिश होने का अनुमान था। इसके मुकाबले 342 एमएम हो चुकी है। बांधों में पानी आया है। बारिश अभी और होगी। कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक देशराज सिंह का कहना है कि यह बारिश किसानों के फायदे की है। बारिश औसत के अनुरूप हो रही है। अब खरीफ की फसल करने वाले किसानों की पानी की परेशानी दूर हो गई है।