राडावास (Patriotism). तिरंगा में लिपटा जवान राजेश कुमार दादरवाल का पार्थिक शरीर जैसी ही गुलाबबाड़ी गांव में पहुंचा, हर एक की आंखें नम हो गई। युवाओं की आंखों में देशभक्ति (
Patriotism) का जज्बा नजर आ रहा था। पार्थिक देह के साथ सैकड़ों युवाओं ने अमरसर पुलिस थाने से करीब 15 किमी गांव गुलाबबाड़ी तक तिरंगा लहराते हुए बाइक रैली (
tiranga rally) निकाली। इधर, अपने कलेजे के टुकड़े के अंतिम दर्शन के लिए मां की ममता बिलक पड़ी। पत्नी की आंखें भी रुलाई से पथरा गई थी।
हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को हुए सड़क हादसे में गंभीर घायल गुलाबबाड़ी निवासी भारतीय थल सेना की आर्मी सर्विस कोर रेजिमेंट का जवान (
shahid) राजेश कुमार दादरवाल का शिमला के इंदिरा गांधी अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया था। पार्थिव शरीर रविवार प्रात: सुबह 8 बजे अमरसर पुलिस थाने में पहुंचा। जिससे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। करीब 2 बजे गांव में अंत्येष्टी स्थल पर सैन्य सम्मान (
Soldier’s funeral with military honors) से जवान को अंतिम विदाई दी गई। जवान के बड़े बेटे लोकेश ने मुखाग्नि दी। बड़े बेटे 8 वर्षीय लोकेश ने जब पिता को पार्थिक देह को मुखाग्नि दी तो महौल गमगीन हो गया। एएसी रेजीमेंट ने सैनिक को अंत्येष्टि स्थल पर तीन राउंड फायर कर सैनिक को सलामी दी। इस दौरान दोनों पुत्र 8 वर्षीय लोकेश व 5 वर्षीय देव ने भी पिता को सेल्यूट कर अंतिम विदाई (
last farewell) दी।
पुष्पवर्षा कर शहीद को किया नमन सुबह आठ बजे सैनिक का पार्थिक शरीर अमरसर के पुलिस थाने में पहुंचा। जहां से गुलाबबाड़ी गांव में लाया गया। इस दौरान 15 किमी के बीच में जगह-जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर नमन किया। जानकारी के मुताबिक गुलाबबाड़ी निवासी (
shahid) राजेश कुमार दादरवाल वर्ष 2002 में भारतीय थल सेना के आर्मी सर्विस कोर रेजिमेंट में शामिल हुए थे। शुक्रवार को आर्मी का ट्रक हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के गालू व लंबिधर के बीच सड़क मार्ग पर अनियंत्रित होकर करीब 100 फीट गहरी खाई में गिर गया था। जिसमें जवान दादरवाल के अलावा तीन अन्य सैनिक भी थे। चारों को घाटी क्षेत्र से बाहर निकालकर शिमला के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उपचार के दौरान दादरवाल का निधन हो गया था। वह 1 माह की छुट्टियों के बाद 20 अगस्त को ही ड्यूटी पर गया था। 3 दिन बाद ही परिजनों के पास मौत की खबर आ गई थी।
…और बिलख पड़ी मां और पत्नी करीब 1 माह की छुट्टियों के बाद 20 अगस्त को ही सैनिक राजेश कुमार ड्यूटी पर गया था। 3 दिन बाद ही परिजनों के पास मौत की खबर आ गई थी। घर से अंतिम विदाई (
last farewell) के दौरान पत्नी रितु पार्थिक देह के लिपट गई और मां फूली देवी ने बेटे को कलेजे के लगाया। बेटा लोकेश व देव भी पिता के लिए बिलख रहे थे। वहीं अन्य परिजनों के साथ मौजूद हजारों लोगों की भी आंखें नम थी।
युवाओं में दिखा देश भक्ति का जुनूनसैनिक की पार्थिव देह करीब 8 बजे अमरसर थाने में पहुंची। जहां से सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने बाइक रैली निकाली। युवाओं में देश भक्ति (
Patriotism) का जुनून नजर आया। खुले वाहन में रखकर तिरंगा रैली अमरसर से गांव गुलाबबाड़ी तक निकाली। युवाओं में देशभक्ति का जुनून इस कदर था कि जिसने भी सैनिक के पार्थिक देह आने की सुनी तिरंगा रैली (
tiranga rally) में शामिल होने पहुंच गए। युवाओं की जुबां पर वंदे मातरम्, भारत माता की जय, राजेश दादरवाल अमर रहे आदि नारे लगाए।
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