हमीरसिंह- 80 मेवाराम जैन-78
कैलाश चौधरी- 40 तरूणराय कागा- 63
मानवेन्द्रसिंह- 40 सवाल कहते हैं कई काम बाकी भाजपा के विधायक खुलकर तो यह नहीं कहते कि क्षेत्र के काम बाकी हैं और सरकार उनको जवाब नहीं दे रही लेकिन उनके सवालों से लगता है कि छोटे-छोटे कामों के लिए उन्हें विधानसभा में आवाज उठानी पड़ रही है।
बाटाडू में पुलिस चौकी, गिड़ा व पाटोदी में कॉलेज, गिड़ा में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, बायतु बणियासांडा धोरा में समपार, पाटोदी में पुलिस थाना। समाज कल्याण छात्रावास, बायतु कॉलेज में विज्ञान विषय, बायतु एसडीएम का भवन आदि ।
सिवाना कॉलेज में पदरिक्तता, सिवाना में नगरपालिका, सरकारी विद्यालयों में पदरिक्तता, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्वीकृति, बालोतरा को जिला बनाना आदि। चौहटन
क्षेत्र के सरकारी विभागों में पदरिक्तता, कॉलेज, पुलिस प्रबंध, शरणार्थियों को बेदखल करने का मामला, क्षेत्र में बिजली-पानी की सुविधाएं।
पीएचसी व सामुदायिक स्वास्थ्य, सड़क की सुविधा बॉर्डर में, शिव में कॉलेज और उच्च माध्यमिक विद्यालय, मनरेगा की समस्याएं। जो कहा वो अभी नहीं पूरा ये किए थे वादे
– बालोतरा जिला – रिफाइनरी पचपदरा
– पेयजल योजना का कार्य
– रिफाइनरी का पुन: कार्यारंभ बीते दिनों किया गया – पेयजल को लेकर अभी भी योजनाएं अधूरी मंत्री बनकर घूमे- राज्य सरकार में राजस्व मंत्री बनाया गया। सदन में सीधे सवाल नहीं लगा पाए लेकिन राज्य केबिनेट का हिस्सा होने से पॉवरफुल रहे।
जिला बनने की उम्मीद
चौहटन
2. नर्मदा का पानी चौहटन में 3. रिक्त पदों को भरवाना ये हाल
– चौहटन में कॉलेज नहीं बना – नर्मदा योजना अधर में
– रिक्त पद भरने की बजाय और खाली
कॉलेज नहीं मिला- कॉलेज नहीं मिला है। इसके लिए विधानसभा में फिर पैरवी करेंगे। जनता की समस्याओं का समाधान करवाने के पूरे प्रयास किए। -तरूणराय कागा
1. डेजर्ट नेशनल पार्क की समस्या का समाधान 2. शिव में कॉलेज
3. शिव में बालिका विद्यालय ये हाल
– डेजर्ट नेशनल पार्क में जनसुविधा को मिली है रियायतें – शिव में कॉलेज नहीं खुला
– बालिका विद्यालय भी नहीं खुला
डीएनपी का कार्य हुआ-डीएनपी क्षेत्र में रियायत का बड़ा काम हुआ। जीएसएस बड़ी संख्या में खुले हैं। शिव में कॉलेज व विद्यालय की बात रखी है।- मानवेन्द्रसिंह
1. नर्मदा का पानी 2. विद्युतीकरण के लिए विशेष योजना
3. कॉलेज शिक्षा ये हाल
– नर्मदा योजना का 160 करोड़ का भीमड़ी प्रोजेक्ट अटका हुआ – दीनदयाल विद्युतीकण योजना में बड़ा बजट की कामयाबी पर काम मंथर
– कॉलेज प्रारंभ करवा दिया लेकिन अभी पदरिक्तता की समस्या
बिजली बड़ी उपलब्धि पंडित दीनदयाल विद्युतीकरण योजना बड़ी उपलब्धि है। नर्मदा का कार्य भी चल रहा है। क्षेत्र में बाढ़ में मदद का बड़ा कार्य हुआ है।- लादूराम विश्नोई, संसदीय सचिव
बायतु
2. कंपनियों में स्थानीय को रोजगार 3.रिफाइनरी बायतु विधानसभा क्षेत्र में
ये हाल – गिड़ा, पाटोदी और बायतु में आईटीआई व बायतु में कॉलेज खुला
– कंपनियों में स्थानीय लोगों को रोजगार का मामला रहा अधर में
खास और चर्चा में- विधायक सरकार के खास लोगों में हैं। कई मामलों और टिप्पणियों को लेकर चर्चा में रहे। बायतु क्षेत्र में पानी की समस्या है।
1. सिवाना में नगरपालिका 2. पेयजल समस्या का समाधान 3. सिवाना में कॉलेज
ये हैं हाल – नगरपालिका का वादा अधूरा
– खण्डप तक पानी पहुंचा – सिवाना में कॉलेज तो खुला लेकिन व्याख्याता नहीं
मुद्दे उठाते रहे- विधानसभा में हमीरसिंह मुद्दे उठाते रहे। उन पर कार्रवाई को लेकर उनको निराशा हाथ लगी। सिवाना के गढ़ में पर्यटन विकास की बातें भी वादों में ही रही।
पेयजल का काम बड़ा था जिसको पूरा किया गया। कॉलेज में अभी व्याख्याता लगाए हैं। हाईवे का कार्य भी करवाया गया है।- हमीरसिंह भायल, सिवाना विधायक बाड़मेर
– पेयजल समस्या का समाधान
– रिफाइनरी का कार्य शुरू करवाना हाल
– पेयजल योजनाओं पर कार्य हुआ – मेडिकल कॉलेज अभी भी अधूरा
– रिफाइनरी पचपदरा में ही कार्य अकेले ही करते रहे शक्ति प्रदर्शन- कांग्रेस से जिले से जीतने वाले इकलौते विधायक। विपक्ष में होने से कांग्रेस की तरफ से विरोध प्रदर्शन को हर समय तैयार रहे। कई आयोजनों में भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन भी किया।
सरकार ही फेल है- यह सरकार ही फेल है। किससे मांगंे और कौन पूरी करे। शासन-प्रशासन नाम की कोई चीज ही नहीं है। भेदभाव छोड़ जनता के प्रति तो जवाबदेह रहें।– मेवाराम जैन, विधायक
तीन विधायक उठाएंगे बालोतरा को जिला बनाने की मांग विधानसभा के इस सत्र में बालोतरा को जिला बनाने की मांग इस बार पचपदरा विधायक व राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी, सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल और बायतु विधायक कैलाश चौधरी प्रमुखता से उठाएंगे। इसके लिए कैलाश और सिवाना विधायक की ओर से प्रश्न भी तैयार किए गए हैं।
मानवेन्द्र नहीं लगा रहे हैं ज्यादा प्रश्न
क्षेत्र के 1756 गांवों में अकाल है। लाखों पशुपालक और किसान चारे और पानी की समस्या से रूबरू हैं। अकाल को लेकर पूर्व में सदन को ठप करने की स्थितियां रही हैं और सरकार के लिए जवाब देना भारी लेकिन इस बार तो अब तक अकाल को लेकर आवाज उठाने की तैयारी भी किसी विधायक ने नहीं की है।