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बांसवाड़ा : लोगों की प्यास बुझाता, हर दो माह में 32 लाख कमाता, जलदाय विभाग का भर रहा खजाना, फिर भी कागदी नदी में सफाई का नहीं ठिकाना

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बांसवाड़ाNov 04, 2018 / 12:50 pm

Ramkaran Katariya

banswara

बांसवाड़ा : लोगों की प्यास बुझाता, हर दो माह में 32 लाख कमाता, जलदाय विभाग का भर रहा खजाना, फिर भी कागदी नदी में सफाई का नहीं ठिकाना

बांसवाड़ा. जिला मुख्यालय पर कागदी जलाशय जहां लोगों के कंठ तर कर रहा है, वहीं जलदाय विभाग का खजाना भी भर रहा है। शहर में जलापूर्ति का यह प्रमुख जल स्रोत बना हुआ है। इस जल स्रोत से जलापूर्ति के बदले जलदाय विभाग को प्रतिमाह 16 तथा दो माह में 32 लाख रुपए बिलों के जरिए राजस्व प्राप्त हो रहा है, इसके बावजूद सफाई के मामले में उपेक्षा की जा रही है। कागदी समेत शहर के अन्य जलाशयों में जलकुंभी अपना वर्चस्व जमाए हुए है, लेकिन न तो जलदाय विभाग और न ही अन्य प्रशासनिक अधिकारी सुध ले रहे, जिससे पीने का जल दूषित हो रहा है। जलदाय विभाग की ओर से हर दो माह में एक बार पानी के बिल जारी किए जाते हैं। जिनसे दो माह में 32 लाख रुपए से अधिक का राजस्व मिलता रहा है। यदि इस राजस्व में से चंद हिस्सा भी इन जलाशयों की सफाई पर खर्च कर दिया जाए, तो इनका जल स्वच्छ व साफ नजर आए। पर ऐसे प्रयास होते नजर नहीं आ रहे और जलाशयों की उपेक्षा हो रही है।
एक करोड़ 36 हजार लीटर रोजाना की जलापूर्ति
जिला मुख्यालय पर विभिन्न कॉलोनियां व बस्तियां हैं। जिनमें पाइप लाइन बिछाई हुई है। जिनसे करीब 15 हजार 700 से अधिक नल कनेक्शन जारी किए हुए हैं। जिनके माध्यम से घर-घर पानी पहुंचता है। इतनी जलापूर्ति के लिए जलदाय विभाग को कागदी से रोजाना एक करोड़ 35 लाख 50 हजार लीटर (13.55 एमएलडी) जलापूर्ति की जा रही है, लेकिन जिस जल स्रोत पर जल संग्रहण के लिए निर्भर है, उनकी सफाई, सार-संभाल के प्रति उपेक्षा आश्चर्य जनक है। इसके अलावा ऐसे कई परिवार भी है, जिनके पास निजी जल स्रोत है। अपने घरों पर बोरवेल कराए हुए है तो कईयों के छोटी कुइयां है। मुख्यालय पर जल दोहन चाहे जिस स्रोत से होता हो, उन जल स्रोतों को जल भू-गर्भ से ही मिल रहा है और भू-गर्भ का जल स्तर ऊंचा तब तक ही बना रहेगा जब तक इन जलाशयों में जल प्रचुरता में होगा। इनके जल को जलकुंंभी ऐसी छाई रही तो पी जाएगी।
यह रहे आकड़ें
प्रमुख जल स्रोत : कागदी
प्रतिदिन जलापूर्ति : 1, 35, 50, 000
नल कनेक्शन : 15 हजार 700
आवासीय : 13 हजार 500
व्यवसायिक व अन्य : दो हजार 200
भू-जल स्तर : 20 से 25 मीटर की गहराई पर
ट्यूबवैल : एक दर्जन से अधिक
ओवरहैड टेंक : पांच (360 से 800 किलोलीटर क्षमता)
टंकियां : डेढ़ दर्जन
प्रति व्यक्ति जरूरी : 100 लीटर

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