पुलिस के अनुसार मृतक खटवाड़ा नई आबादी निवासी हलिया (45) पुत्र हुरजी निनामा की पत्नी मीरा एवं उसकी छोटी बेटी काली दोनों जने रक्षाबंधन के अवसर पर अपने पीहर परतापुर आई हुई थी। इसके चलते हलिया घर पर अकेला ही था। बड़ी बेटी रेखा पास के गांव में गई हुई थी। गुरुवार की शाम करीब छह बजे रेखा अपने पिता हलिया को खाना खिलाकर गई थी। इसके बाद शुक्रवार की सुबह जब रेखा का बेटा हितेश अपने नाना हलिया के घर पहुंचा तो वहां पड़साल में खाट पर हलिया खून से लथपथ पड़ा हुआ था। यह दृश्य देखकर उसने अपनी मां एवं अन्य परिवार के सदस्यों को पूरी बात बताई। इसके बाद वे मौके पर पहुंचे। हलिया के ललाट पर गंभीर चोट के निशान भी थे।
इस सूचना के बाद थाने से पुलिस और फिर बांसवाड़ा से डिप्टी मौके पर पहुंचे। साथ ही एफएसएल की टीम एवं डॉग स्क्वायड भी मौके पर पहुंचा, लेकिन सफलता कुछ भी हाथ नहीं लगी। पुलिस ने मृतक के भाई मणिलाल की रिपोर्ट पर अज्ञात के खिलाफ हत्या में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। साथ ही बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शाम को शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।
बांसवाड़ा डिप्टी ने बताया कि प्रथम दृष्टया हलिया के ललाट पर किसी हथौड़े या कुल्हाड़ी के पीछे के हिस्से से चोट मारने के निशान दिखाई पड़े हैं। उन्होंने बताया कि हमला इतने जोरदार प्रहार के साथ किया गया कि हलिया का ललाट पूरी तरह पिचक गया। इसके अलावा खून की बौछारें दीवार तक पहुंच गई। खून के निशान पड़साल की दीवारों पर भी मिले हैं।