उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में किसान सम्मान योजना की राशि कम कर दी गई है क्योंकि सिद्धरामय्या सरकार ने राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली अतिरिक्त 4,000 रुपए की राशि को बंद कर दिया है। उन्होंने कहा, इससे साबित होता है कि सिद्धरामय्या सरकार किसान विरोधी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार भारत विरोधी और पाकिस्तान समर्थक भीड़ को सजा देने के बजाय उन्हें बचा रही है। राजकोषीय कुप्रबंधन के कारण विकास कार्यों के लिए धन नहीं है। नतीजतन, कोई नई सडक़ें नहीं बनाई जा रही हैं।
कांग्रेस में शामिल होने का इंतजार कर रहे भाजपा नेताओं पर उपमुख्यमंत्री डी.के.शिवकुमार के बयान पर उन्होंने कहा कि शिवकुमार की बातें एक पैसे के लायक नहीं हैं और उन्हें महत्व देने की कोई जरूरत नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा उम्मीदवार भारी अंतर से जीतेंगे क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा अब उनके साथ हैं।
उन्होंने कहा, देवगौड़ा ने कहा है कि वह गठबंधन के प्रचार के लिए राज्य भर में यात्रा करने के लिए तैयार हैं। पूर्व प्रधानमंत्री के रूप में उनका काफी प्रभाव है और हम उनके फैसले का स्वागत करते हैं। वे प्रचार के लिए अपनी पसंद की जगहें तय करेंगे।
उन्होंने स्पष्ट किया कि असंतोष जल्द ही दूर हो जाएगा क्योंकि वे उन नेताओं के संपर्क में हैं जो अभी थोड़े परेशान हैं। उन्होंने कहा, पूर्व उपमुख्यमंत्री के.एस. ईश्वरप्पा को भी मना लिया जाएगा और इसी तरह सभी असंतुष्ट नेताओं को विश्वास में लिया जाएगा।
येडियूरप्पा को हटाने में प्रल्हाद जोशी की कोई भूमिका नहीं येडियूरप्पा ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने में केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा, प्रल्हाद जोशी की इसमें कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में जोशी का टिकट नहीं बदला जाएगा। लिंगायत संत दिंगलेश्वर स्वामी ने आरोप लगाया है कि येडियूरप्पा को 2021 में मुख्यमंत्री पद से हटने के लिए कहने के पार्टी के कदम के पीछे केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी थे।