जानकारी के अनुसार बलरामपुर का अधिकांश भाग नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों से सटा हुआ है । पहाड़ों पर होने वाली बरसात के पानी के साथ पत्थरों के बारीक कड़ मोरंग के रूप में पहाड़ी नालों में आते हैं जो घर बनाने के लिए अच्छा माना जाता है । खनन माफियाओं की नजर उन्हीं पहाड़ी नालों पर रहती है जो सुहेलवा वन्य जीव प्रभाग के संरक्षित क्षेत्र में पड़ रहे हैं । विभागीय मिलीभगत के कारण बड़े पैमाने पर इन नालों से प्रतिदिन खनन होता है और इस अवैध कारोबार में प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी भी लिप्त रहते हैं । दिखाने के लिए कभी कभार खनन अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कार्यवाही की जाती हैं जो कहीं ना कहीं अपर्याप्त साबित होती है । पिछले 3 दिनों में नवागत उपजिलाधिकारी कुमार हर्ष ने लगातार कार्रवाई करके 8 ट्राली दो ट्रक तथा नौ बैल गाड़ियों को पकड़कर सील करने की कार्रवाई की है । एसडीएम के इस कार्रवाई के बाद खनन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है । 4 ट्राली दो ट्रक तथा नौ बैलगाड़ी बालू से भरी हुई कोतवाली देहात पुलिस के सहयोग से एसडीएम सदर ने आज पकड़कर सीज किया है । एसडीएम कुमार हर्ष का कहना है कि अवैध खनन तथा ओवरलोडिंग के विरुद्ध कार्यवाही लगातार जारी रहेगी । वहीं पकड़े गए ट्राली मालिकों का कहना है कि उनके पास बालू लाने का रवन्ना भी था उसके बावजूद जानबूझकर परेशान करने के लिए पकड़कर चालान किया गया है । आज चलाए गए अभियान में एसडीएम के साथ प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात जितेंद्र बहादुर सिंह तथा उनके सहयोगी शामिल है । जिन ट्रकों व ट्रालीयों को पकड़ा गया है उनमें ट्रक संख्या यूपी 32 एफएन 3534 मृत्युंजय ट्रांसपोर्ट कंपनी मध्य नगर इटियाथोक गोंडा, यूपी 47 टी 1031 दिनेश ट्रांसपोर्ट कंपनी तुलसीपुर बलरामपुर, ट्रैक्टर संख्या यूपी 40 एएफ 5129 तथा यूपी 47 एफ 1566 शामिल हैं तथा दो ट्रैक्टर ट्रलियों के नंबर स्पष्ट नहीं है सभी को सीज कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है ।