उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 36 महीने में बनकर तैयार होगा। जमीन अधिग्रहण के बाद किसानों को मुआवजे का भुगतान किया जा चुका है। अब एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य ने गति पकड़ ली है। तय कार्यक्रम स्थल तहबरपुर ब्लॉक के किशुनदासपुर गांव के समीप बने हेलीपैड पर घंटों देरी से पहुंची सीएम योगी आदित्यनाथ का मंडलायुक्त की अगुवाई में अधिकारियों ने जोरदार स्वागत किया। उन्होंने आला अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का जायजा लिया। इस दौरान मीडियाकर्मीयों से बात-चीत करते हुए सीएम ने कहा कि एक्सप्रेस-वे के निर्माण से पूर्वांचल के विकास को गति मिलेगी। यह पूर्वांचल की लाइफ लाइन साबित होगा।
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 340.824 किमी लंबा यह एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय जनपद से शुरू होगा और यूपी बिहार की सीमा से 18 किमी पहले गाजीपुर जनपद के हैदरिया में एनएच-31 में मिल जाएगा। इसकी अनुमानित लागत 23349 करोड़ रूपये है तथा सिविल निर्माण कार्य की लागत 11836 करोड़ रूपये जीएसटी के साथ है।
उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, फैजाबाद, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़ मऊ होते हुए गाजीपुर तक जाएगा। एक्सप्रेस-वे के राइट आफ वे की चौड़ाई 120 मीटर होगी। एक्सप्रेस वे के एक तरफ 3.75 मीटर चौड़ाई का सर्विस रोड स्टैगर्ड के रूप में बनाया जाएगा, बाद में इसे आठ लेन बनाया जायेगा। इस एक्सप्रेस-वे उद्योग कॉरिडोर का निर्माण होगा। यह पूर्वी यूपी के अंतिम छोर तक जायेगा। पूर्वांचल में रोजगार नौकरी के अवसर पैदा होंगे। निर्माण कार्य की गुणवत्ता और समयबद्ध तरीके से इसका निर्माण पूरा कराना हमारी प्राथमिकता है।
BY- RANVIJAY SINGH