सीनेटर रऊफ अरशूकोव को बुधवार को फेडरेशन काउंसिल ऑफ रशिया के ऊपरी सदन के एक सत्र के दौरान हिरासत में लिया गया। उन पर हत्या, गवाह से छेड़छाड़ और संगठित अपराध में शामिल होने का आरोप लगाया गया था। जब अरशूकोव संसद के नियमित सत्र के लिए पहुंचे, तो सदन अध्यक्ष ने अचानक सत्र बंद करने की घोषणा की। संसदीय प्रतिरक्षा के लिए अरशूकोव को राहत देने के लिए एक वोट की घोषणा की गई ताकि उन्हें हत्या के लिए आरोपित किया जा सके। अरशूकोव ने संसद की गैलरी से भागने का प्रयास किया, लेकिन फिर कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सामने उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने बुधवार अदालत के सामने खुद को हत्या और अन्य आरोपों के लिए दोषी नहीं ठहराने का अनुरोध किया। बता दें कि आमतौर पर सीनेटर प्रतिरक्षा समिति द्वारा संरक्षित होते हैं।
कोर्ट रूम की रिपोर्ट में कहा गया है कि फेडरेशन काउंसिल के अध्यक्ष द्वारा सदस्यों को बैठने का आदेश देने के बाद जिसके बाद अरशूकोव ने बालकनी से भागने की कोशिश की। प्रत्यक्षदर्शियों ने रूस के आरबीसी समाचार को बताया कि सत्र को देश के अभियोजक जनरल और इसकी जांच समिति के प्रमुख द्वारा बाधित किया गया था, जिन्होंने अरशूकोव के खिलाफ आरोपों की घोषणा की थी। रूस के उत्तरी काकेशस क्षेत्र के सांसद पर राष्ट्रपति के सहयोगी और युवा राजनेता की 2010 में हत्या कराने का आरोप लगाया गया है। जांच समिति के प्रवक्ता के अनुसार पूछताछ के दौरान अरशूकोव ने कथित तौर पर एक दुभाषिए के लिए अनुरोध किया। बता दें कि रूसी सांसदों ने अपराधों के लिए अभियोजन से बचने के लिए कभी-कभी संसदीय प्रतिरक्षा का उपयोग किया है।
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