शुक्रवार को कांग्रेस के प्रत्याशी बृजेंद्रसिंह यादव, गोपालसिंह चौहान और जजपालसिंह जज्जी ने शहर में हजारों समर्थकों के साथ जुलूस निकाला और पैदल ही कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां पर तीनों प्रत्याशियों ने अपने नामांकन जमा किए। हालांकि बृजेंद्रसिंह और गोपालसिंह चौहान पूर्व में भी अपने नामांकन फॉर्म जमा कर चुके थे। भाजपा के पूर्व विधायक व बसपा प्रत्याशी राजकुमारसिंह को रिटर्निंग ऑफीसर कार्यालय पहुंचने के लिए दौड़ लगाना पड़ी। यदि वह तीन मिनिट लेट हो जाते तो वह नामांकन जमा नहीं कर पाते। हालांकि अंतिम समय में वह नामांकन जमा करने में सफल रहे।
अंतिम दिन लगी रही नामांकनों के लिए भीड़- शुक्रवार को नामांकन जमा करने का अंतिम दिन था, इससे अभ्यर्थियों की भारी भीड़ लगी रही। हालांकि अब तक जमा हो चुके इन सभी नामांकन फॉर्मों की 12 नबंवर को जांच होगी। 14 नबंवर अभ्यर्थिता वापस लेने की अंतिम तिथि है और 14 नबंवर तक अभ्यर्थी अपने नामांकन वापस ले सकेंगे। इसके बाद शेष बचे अभ्यर्थियों की अंतिम सूची तैयार होगी और उन्हें चुनाव चिन्हों का वितरण होगा।
उधर टिकट न मिलने से भाजपा से इस्तीफा देने के बाद पूर्व जिपं अध्यक्ष मलकीतसिंह संधु सपाक्स प्रत्याशी के रूप में एक दिन पहले नामांकन जमा किया था। रिटर्निंग ऑफीसर कार्यालय के बाहर मुंगावली भाजपा प्रत्याशी डॉ.केपी यादव ने संधु को देखा तो पैर छुए थे, इस पर संधु ने पहले तो उन्हें गले लगा लिया था और फिर अपने गले से माला निकालकर केपी यादव को पहना दी थी। इस घटनाक्रम को वहां मौजूद लोग देखते रह गए और लोग कयास लगाते दिखे कि भाजपा प्रत्याशी ने नाराज संधु को मनाने का प्रयास किया था।