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दरअसल, कोरोनावायरस के इंदौर में लगातार बढ़चते आंकड़े को देखते हुए प्रशासन ने सख्ती से कर्फ्यू का पालन करवाना शुरु कर दिया है। इसी संबंध में संभागायुक्त की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई जिसमें राशन और दूध की होम डिलीवरी के संबंध में निर्णय लिए गए। इसके तहत प्रशासन द्वारा ऑर्डर देने पर सामान संबंधित के घर पहुंचाया जाएगा। शुरुआत में ज्यादा मांग होने के कारण 1 से 2 दिन का समय लग सकता है, जबकि बाद में कुछ घंटों में ही सामान घर पहुंच पहुंचाया जा सकेगा। नगर निगम की कचरा गाड़ी द्वारा जनता से यह ऑर्डर लिया जाएगा।
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बैठक के दौरान संभागायुक्त ने बताया कि लोग घर में ही रहें एवं बाहर किसी भी दुकान पर भीड़ इकट्ठी न हो, इसके लिए प्रशासन होम डिलीवरी की सेवा शुरू कर रहा है। प्रशासन द्वारा आवश्यक वस्तुएं जैसे आटा, दाल, चावल, तेल, दूध, शक्कर आदि उनके घर तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा आलू-प्याज भी किराने के सामान के साथ ही खरीदे जा सकेंगे, लेकिन सब्जियों की सप्लाई अभी नहीं की जाएगी।
कमिश्नर ने बैठ में यह भी कहा कि, लॉक डाउन तथा कर्फ्यू का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए यह बहुत ही जरुरी कदम है। लेकिन लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ति करना भी प्रशासन का कर्तव्य है। इसलिए नगर निगम अब डोर-टू-डोर जाने वाली कचरा गाड़ी से राशन का आर्डर लिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने बैठक में ये भी बताया कि, राशन की आपूर्ति के लिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि होलसेल विक्रेताओं के स्टॉक में कोई कमी ना हो। इसके अतिरिक्त सामान क्रय करने की अपर लिमिट भी तय की जाएगी जिससे कि लोग जरूरत से ज्यादा सामान स्टॉक ना करें।