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Fact Check : गर्मी बढ़ने पर भी खत्म नहीं होगा कोरोना वायरस का असर, वैज्ञानिकों ने चेताया

हालही, में हुई रिसर्च के नतीजे सामने आने के बाद जहां पूरी दुनियां की चिंता बढ़ गई है, वहीं सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर खासा चर्चाएं जारी हैं।

भोपालApr 10, 2020 / 11:08 am

Faiz

Fact Check : गर्मी बढ़ने पर भी खत्म नहीं होगा कोरोना वायरस का असर, वैज्ञानिकों ने चेताया

भोपाल/ मध्य प्रदेश समेत देशभर में कोरोना वायरस का असर बहुत तेजी से फैल रहा है। जहां देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या 5865 हो चुकी है। वहीं मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 411 जा पहुंचा है। वहीं, संक्रमण से मरने वालों की संख्या 33 हो गई है। हालांकि, सरकार हो, प्रशासन हो या शोधकर्ता सभी पूरी मुस्तैदी के साथ इस संक्रमण से लोगों को बचाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। भारत समेत दुनियाभर के विकासशील और विकसित देशों में कोरोना संक्रमण से जुड़े शोध किये जा रहे हैं। ताकि, इस महामारी से रोकथाम का उपचार ढूंढा जा सके। हालही, में हुई रिसर्च के नतीजे सामने आने के बाद जहां पूरी दुनियां की चिंता बढ़ गई है, वहीं सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर खासा चर्चाएं जारी हैं।

 

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शोध में सामने आई ये बात

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच अब तक इस बात की अटकलें लगाई जा रही थीं कि, जैसे जैसे गर्मी बढ़ेगी, इसका असर कम होने लगेगा और जल्दी ही ये खत्म भी हो जाएगा। हालांकि, हालही में हुई रिसर्च ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है। अमेरिका के बड़े वैज्ञानिकों के दल द्वारा नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में किये गए शोध का हवाला देते हुए दावा किया कि, जिस तरह ये संक्रमण ठंड के मौसम में आसानी से फैलने में सक्षम है, ठीक उसी तरह गर्मी में भी आसानी से फैलता है या नहीं इसे, लेकर वैज्ञानिकों की मिली-जुली राय है। और अगर मान भी लें कि गर्मी में संक्रमण का प्रसार थोड़ा धीमा पड़ जाता है तो भी यह ज्यादा अहम नहीं है, क्योंकि दुनियाभर में चुनिंदा लोगों का प्रतिरोधक तंत्र ही इस जानलेवा वायरस से लड़ने में सक्षम है।’

 

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ऐसा मानना भूल होगी

एनएएस में संक्रामक रोगों के शीर्ष विशेषज्ञ डॉक्टर के मुताबिक, हम भले ही यह उम्मीद कर सकते हैं कि मौसम कोरोना का प्रसार रोकने में मदद करेगा, लेकिन उस पर पूरी तरह से निर्भर रहना ठीक नहीं। हमें सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य एहतियाती उपाय आजमाने पड़ेंगे, ताकि संक्रमितों के संपर्क में आकर अन्य लोग भी वायरस का शिकार न हों। शैफनर ने यह भी कहा कि गर्म वातावरण वाले देशों में कोरोना ने समान रूप से पांव पसारे हैं। ऐसे में यह मान लेना कि गर्मी में वायरस खुद मर जाएगा बड़ी भूल है।

 

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वायरस की चेन तोड़ना सबसे जरूरी

डॉक्टर शैफनर ने साफ किया कि लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे एहतियाती उपायों का कड़ाई से अनुपालन कर कोरोना की चेन को तोड़ना ही संक्रमण पर काबू पाने का एकमात्र जरिया है।


गर्मी में भी फैला संक्रमण

उन्होंने चीन का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भीषण गर्मी और नमी वाले वातावरण में भी कोरोना तेजी से फैला। हर संक्रमित ने औसतन दो अन्य लोगों को इस जानलेवा वायरस का शिकार बनाया।

 

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फ्लू, टीबी के वायरस से ज्यादा ताकतवर

इट हाउस को भेजे गए एक पत्र में, नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज समिति के सदस्यों ने कहा कि कोरोनोवायरस ठंड के मौसम में आसानी से फैलता है। ऐसे कुछ साक्ष्य मिले हैं लेकिन विश्व की इम्युनिटी देखते हुए यह नहीं कहा जा सकता है कि ये मौसम के अनुसार फैलता है।

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