बताया जा रहा है कि त्रिलोक सिंह अपने बच्चों को भारत में छोड़कर अमरीका रोजी-रोटी के तलाश में गए थे। सिंह के साथ उनके चचेरे भाई भी रहते थे जोकि मिलकर एक दुकान चलाते थे। इस घटना के बाद वे काफी डरे हुए हैं और दुकान भी नहीं खोले हैं। त्रिलोक सिंह के परिजनों का कहना है कि सिखों के खिलाफ बढ़ती हिंसा को लेकर वे खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। बता दें कि पिछले कुछ वर्षों से अमरीका में सिखों के खिलाफ हिंसक घटनाएं बढ़ी हैं।
अमरीका के कैलिफोर्निया प्रांत में सबसे ज्यादा सिख समुदाय के लोग रहते हैं। पिछले सप्ताह में यहां पर इस तरह की तीन घटनाएं हो चुकी हैं। बताया जा रहा है कि भारतीयों पर नस्लीय टिप्पणी यहां पर आए दिन होती रहती है। सिखों को निशाना बनाकर कुछ लोग हमले करते रहे हैं।
इससे पहले अमरीका के पड़ोसी देश कनाडा में भी एक भारतीय पर नस्लीय टिप्पणी करने का मामला सामने आया था। खबरों के अनुसार- पार्किंग को लेकर एक श्वेत महिला ने एक भारतीय व्यक्ति के खिलाफ कथित रूप से नस्लीय टिप्पणी की और उसके साथ दुर्व्यवहार किया। बताया जाता है कि महिला भारतीय व्यक्ति पर चिल्लाई। उसे ‘पाकी’ शब्द से संबोधित करते हुए कहा- ‘अपने देश वापस जाओ’।