आज को चंडीगढ़ आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री और भाजपा के नेता 75 प्लस का दावा तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें ग्राउंड की सच्चाई पता नहीं है। सरकारी नौकरियों के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए हुड्डा ने कहा, नायब तहसीलदार का पेपर लीक होने के बावजूद सरकार ने इस भर्ती को जारी रखा। साफ है कि सरकार अपने चेहतों को फायदा पहुंचाना चाहती है।
हुड्डा ने कहा, प्रदेश सरकार हरियाणा लोकसेवा आयोग और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा अभी तक की गई भर्ती पर श्वेत-पत्र जारी करे। राज्य के लोगों को यह बताया जाए कि ग्रुप-डी में कुल कितने युवाओं का चयन हुआ था और अभी तक उनमें से कितनों से ज्वाइन किया है।
पूर्व सीएम ने कहा कि सरकार श्वेत-पत्र में इस बात का भी खुलासा करे कि कोर्ट से कितनी भर्ती रद्द हुई हैं और कितनी भर्तियों पर रोक लगी हुई है। हुड्डा ने कहा, अकेले नायब तहसीलदार ही नहीं अब तक एक दर्जन से अधिक परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं।
हुड्डा ने दावा किया कि यूपीए सरकार के समय मंजूर हुए नेशनल हाईवे पर ही थोड़ा-बहुत काम हुआ है। मौजूदा सरकार एक भी नई सडक़ मंजूर नहीं करवा सकी। उन्होंने कहा, हमारे समय जितनी नई रेल लाइन और मैट्रो परियोजनाएं आईं, आज तक वहीं हैं। मौजूदा सरकार एक ईंच भी रेल और मैट्रो का विस्तार नहीं कर सकी। हमारे समय तीन लाख से अधिक गरीब लोगों को सौ-सौ गज के प्लाट दिए गए थे, लेकिन वर्तमान सरकार ने एक भी गरीब को प्लाट नहीं दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को दी जाने वाली स्कोलरशिप में 18 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले पर भी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि दलितों और पिछड़ों की हितैषी होने का दम भरने वाली सरकार गरीब लोगों का अधिकार मार रही है।