धरना स्थल पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा ने आरोप लगाया कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अपराधों में तेजी से वृद्धि हुई है। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से बनाए गए मॉब लिंचिंग कानून पर सवाल उठाया और तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। शहर विधायक संजय शर्मा ने सरकार पर पीडि़तों को सहायता देने में दिखावे की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि थानागाजी में गैंगरेप मामले की तरह अलवर जिले और प्रदेश में बलात्कार पीडि़त व अन्य आपराधिक घटनाओं के पीडि़तों को सहायता दी जानी चाहिए। कथित हरीश जाटव मॉब लिंचिंग मामले में मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी, पीडि़त परिवार को १५ लाख रुपए, मामले की उच्च स्तरीय जांच व दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि एक महीने में पीडि़त परिवार को समझौते की क्रियान्विति नहीं की गई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
पूर्व मंत्री जसवंत यादव ने बहरोड क्षेत्र में दलितों एवं महिलाओं पर अत्याचार होने का आरोप लगाया। पूर्व मंत्री हेमसिंह भड़ाना ने कहा कि कार्यकर्ताओं को सरकार की दलित व महिला विरोधी नीतियों का विरोध करना चाहिए। पूर्व विधायक रामहेत यादव ने कहा कि कांग्रेस के राज में अपराध बढ़े हैं। पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर शर्मा ने कहा कांग्रेस नेता प्रियंका गंाधी ने न्यायालय के निर्णय के खिलाफ जो वक्तव्य दिया वह निन्दनीय है। उनका यह कृत्य न्यायालय की अवमानना का है, उन्होंने कहा सभी न्यायालयों के न्याय का सम्मान किया जाना चाहिए। मंच संचालन भाजपा के जिला महामंत्री अशोक गुप्ता ने किया। धरने में पार्टी पदाधिकारी, मण्डल अध्यक्ष, पूर्व विधायक शामिल थे।