इलाहाबाद यूनिवर्सिटी क असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ राहुल पटेल ने कहा कि नदी के साथ प्रेम का पर्व की शुरुआत दिव्य कुम्भ से की गई है। भारत की संस्कृति में प्रेम का प्रसार ही मूल है। बुद्ध ने यहीं से प्रेम का संदेश दिया। इस लिए कोई भी अच्छा मौका हो हमें प्रेम के भाव का प्रदर्शन करना चाहिए। पूरे देश में नदी के प्रति मोहब्बत दर्शाने का यह अभियान सराहनीय है।
मुस्लिम धर्म अनुयायी एम ए खान ने कहा कि गंगाजल और आबेजमजम दोनों एक समान सर्वोच्च सम्मान प्राप्त हैं। जल को बचाने से ही जीवन बचेगा सामाजिक कार्यकर्ता सरदार पतविन्दर सिंह ने कहा कि गुरु नानक साहब ने प्रेम का संदेश दिया और कहा कि प्राणी से प्रेम करो, मां गंगा के प्रति इसीलिए फूल लेकर सम्मान का प्रदर्शन करने आये हैं। संगम से आने के बाद नदी कार्यकर्ताओं में इलाहाबाद संग्रहालय के निदेशक सुनील गुप्ता, डॉ वानखेड़े के साथ अन्य लोगों को पुष्प भेट किये गए। यही फूल सन्तों महात्माओं को भी भेंर किये गए। इस मौके पर ज्ञानी छतविंदर सिंह, सुरीमदर सिंह सलूजा, चरनजीत सिंह, मौलाना आमिल बेग, आदिल, सुरेंद्र सत्या, वसुधैव कुटुम्बकम से जुड़े कलाकार रोमा, बांग्लादेश की लीसा, फ्रांस की मीना, दिल्ली से रवि रंजन, पटना से प्रमोद, रांची से अभिषेक, प्रयागराज से गौरव, लखनऊ से रंजना, पटना से हर्ष, कोलकाता से सुबोजीत, रांची से रामानुज समेत कलाकारों के अलावा शहर के रिसर्च स्कॉलर प्रभाकर सिंह, अमित रंजन पांडेय, सुशील पटेल, आवेश गौतम, सर्वेश राव, अतुल कुमार मौर्य, रोमा, गौरव मौर्या, प्रमोद प्रकाश आदि मौजूद रहे।
मुस्लिम धर्म अनुयायी एम ए खान ने कहा कि गंगाजल और आबेजमजम दोनों एक समान सर्वोच्च सम्मान प्राप्त हैं। जल को बचाने से ही जीवन बचेगा सामाजिक कार्यकर्ता सरदार पतविन्दर सिंह ने कहा कि गुरु नानक साहब ने प्रेम का संदेश दिया और कहा कि प्राणी से प्रेम करो, मां गंगा के प्रति इसीलिए फूल लेकर सम्मान का प्रदर्शन करने आये हैं। संगम से आने के बाद नदी कार्यकर्ताओं में इलाहाबाद संग्रहालय के निदेशक सुनील गुप्ता, डॉ वानखेड़े के साथ अन्य लोगों को पुष्प भेट किये गए। यही फूल सन्तों महात्माओं को भी भेंर किये गए। इस मौके पर ज्ञानी छतविंदर सिंह, सुरीमदर सिंह सलूजा, चरनजीत सिंह, मौलाना आमिल बेग, आदिल, सुरेंद्र सत्या, वसुधैव कुटुम्बकम से जुड़े कलाकार रोमा, बांग्लादेश की लीसा, फ्रांस की मीना, दिल्ली से रवि रंजन, पटना से प्रमोद, रांची से अभिषेक, प्रयागराज से गौरव, लखनऊ से रंजना, पटना से हर्ष, कोलकाता से सुबोजीत, रांची से रामानुज समेत कलाकारों के अलावा शहर के रिसर्च स्कॉलर प्रभाकर सिंह, अमित रंजन पांडेय, सुशील पटेल, आवेश गौतम, सर्वेश राव, अतुल कुमार मौर्य, रोमा, गौरव मौर्या, प्रमोद प्रकाश आदि मौजूद रहे।