scriptसरकार की खुली पोल..लोगों को नहीं हेल्थ सेंटर से फायदा, बड़े हॉस्पिटल पर ज्यादा भरोसा | govt in dark: Health centers failure in rural and urban areas | Patrika News
अजमेर

सरकार की खुली पोल..लोगों को नहीं हेल्थ सेंटर से फायदा, बड़े हॉस्पिटल पर ज्यादा भरोसा

www.patrika.com/rajasthan-news

अजमेरSep 15, 2018 / 04:04 pm

raktim tiwari

Health center problem

Health center problem

सी. पी. जोशी/अजमेर।

राज्य सरकार की भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) की ओर से आमजन को ज्यादा फायदा नहीं मिल पाया है। अजमेर जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जवाहरलाल नेहरू अस्पताल भारी पड़ रहा है। योजना से लाभान्वित में पीछे रहने की वजह चिकित्सकों की कमी, सुविधाओं की कमी भी प्रमुख वजह है।
योजना के तहत अजमेर जिले में कुल 13 सरकारी चिकित्सा संस्थान मरीजों की नि:शुल्क उपचार उपलब्ध करा रहे हैं। इनमें 41 करोड़ 76 लाख 82 हजार 126 रुपए की राशि का नि:शुल्क उपचार मरीजों को उपलब्ध कराया गया। इनमें से अकेले जेएलएन अस्पताल की राशि 27 करोड़ 99 लाख 53 हजार 420 रुपए है।
स्पेशलिस्ट सेवाओं की कमी का भी असर

मेडिकल कॉलेज के सैटेलाइट अस्पताल, चिकित्सा विभाग के ब्यावर जिला अस्पताल, किशनगढ़ के यज्ञनारायण अस्पताल, नसीराबाद, केकड़ी के बड़े चिकित्सालयों में स्पेशलिस्ट सेवाओं की कमी के चलते भी भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के पैकेज सरकारी चिकित्सालयों में अपेक्षा से कहीं कम हैं।
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की स्थिति पूर्व की तरह ही चल रही है। स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की कमी के चलते बड़े पैकेज की चिकित्सा सुविधा नहीं मिल रही। मरीज भी सीधे जेएलएन अस्पताल पहुंच जाते हैं।
डॉ. के. के. सोनी, सीएमएचओ

सरकारी शिकंजे में है पुलिस, जबरन फंसा रही मेरे भाई को

भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर विधायक धीरज गुर्जर ने हजारों समर्थकों के साथ पुलिस महानिरीक्षक अजमेर रेंज कार्यालय का घेराव किया। गुर्जर ने आईजी बीजू जोर्ज जोसफ को दिए ज्ञापन में भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक की ओर से उनके छोटे भाई व कोटड़ी प्रधान पति नीरज गुर्जर व कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ राजनीतिक द्वेषतापूर्वक कार्रवाई का आरोप लगाया।
विधायक गुर्जर ने बताया कि भीलवाड़ा पुलिस ने उसके छोटे भाई नीरज गुर्जर को गत 7 सितम्बर को रात 11.30 बजे गाड़ी रोककर गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी ऐसे स्टैंडिंग वारंट पर की गई जिस पर एक साल पहले कोर्ट नीरज गुर्जर को बरी कर चुकी थी। भीलवाड़ा एसपी को सभी तर्क दिए जाने के बाद भी पुलिस ने बदसलूकी की। गुर्जर ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के दबाव में भीलवाड़ा पुलिस कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दंडात्मक कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस की गोलियां और लाठियां कम पड़ जाएंगी, लेकिन भीलवाड़ा पुलिस का रवैया नहीं सुधरा तो कांग्रेस का कार्यकर्ता सडक़ पर उतरेगा।

Home / Ajmer / सरकार की खुली पोल..लोगों को नहीं हेल्थ सेंटर से फायदा, बड़े हॉस्पिटल पर ज्यादा भरोसा

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो