यह पुरस्कार अजमेर के तत्कालीन जिला कलक्टर गौरव गोयल तथा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण गर्ग ने प्राप्त किया। गोयल मौजूदा वक्त कोटा के कलक्टर हैं। यह काम उन्हें अजमेर में कलक्टर रहते बेहतर कामकाज के लिए मिला है।
जिला कलक्टर आरती डोगरा ने बताया कि गत वर्षों में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सीमेंट सडक़, सीसी ब्लॉक सडक़ के रूप में गौरव पथ निर्माण सहित अन्य योजनाओं मेंं उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं। इसके अतिरिक्त जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति एवं बीपीएल परिवारों को आजीविका सुधार हेतु कईं व्यक्तिगत लाभ के कार्य किए गए जिससे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों का योजनाब विकास होकर जीवन स्तर में व्यापक सुधार हुआ।
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कराये गये कार्य जैसे आंगनबाडी निर्माण, खेल मैदान निर्माण,अनाज गोदाम निर्माण, मॉडल तालाब निर्माण, शमशान विकास कार्य, चारागाह विकास कार्य, वर्षा जल संरक्षण हेतु नाड़ी निर्माण एवं किचन शेड इत्यादि स्थाई एवं जनउपयोगी परिसम्मित्तियों के निर्माण के लिये नवाचार के साथ रचनात्मक सुधार की शुरूआत कर विभिन्न विभागों एवं योजनाओं के साथ प्रभावी तालमेल कर कार्य करवाए गए। आजिविका के साधनों की पुख्ता व्यवस्था के लिए ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले कमजोर वर्ग के परिवारों के लिए व्यक्तिगत लाभ के कार्य पशु आश्रय स्थल, वर्मी कम्पोस्ट एवं भूमि सुधार आदि के कार्य कराए गए।
राजस्व मंडल में नवीन प्रणाली से सुनवाई शुरू
राजस्व मंडल की ओर से दर्ज प्रकरणों की त्वरित सुनवाई के लिए नई व्यवस्था अनुसार काम शुरू किया गया। पहले ही दिन बैंचों में कुल 803 प्रकरण दर्ज किए गए। राजस्व मंडल अध्यक्ष वी. श्रीनिवास ने हाल में नई बैंचों के पुनर्गठन करने की घोषणा की थी। मंडल प्रशासन का मानना है कि नई बैंचों के पुनर्गठन से राजस्व मंडल सदस्यों पर भी काम का दबाव नहीं रहेगा।
राजस्व मंडल की ओर से दर्ज प्रकरणों की त्वरित सुनवाई के लिए नई व्यवस्था अनुसार काम शुरू किया गया। पहले ही दिन बैंचों में कुल 803 प्रकरण दर्ज किए गए। राजस्व मंडल अध्यक्ष वी. श्रीनिवास ने हाल में नई बैंचों के पुनर्गठन करने की घोषणा की थी। मंडल प्रशासन का मानना है कि नई बैंचों के पुनर्गठन से राजस्व मंडल सदस्यों पर भी काम का दबाव नहीं रहेगा।