साणंद पुलिस के तहत पकड़े गए आरोपियों में राजस्थान के सांचौर जिले की चित्तलवाना तहसील के आम्बाका गोलिया गांव निवासी ओमप्रकाश खिलेरी और मांगीलाल खिलेरी शामिल हैं। इस मामले में दो और आरोपी फरार हैं, उनमें सांचौर जिले की चित्तलवाना तहसील के हेमागुडा गांव निवासी रसूलखान मुस्लिम और चित्तलवाना निवासी सुरेश कुमार सारन शामिल हैं।पुलिस के अनुसार साणंद थाना इलाके से 22 अप्रेल को हजारी माता मंदिर के पीछे से काले रंग की एक कार चोरी हुई थी।
जांच के दौरान पता चला कि कार चुराने वाले आरोपी राजस्थान के गिरोह के सदस्य हैं। इन आरोपियों की राजस्थान में लोकेशन पता कर एक टीम ने राजस्थान से इन दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। इनके पास से चोरी की गई काले रंग की कार व एक अन्य कार बरामद की।आरोपियों ने साणंद थाना इलाके से ही इस साल कुल दो और गत वर्ष एक वाहन की चोरी करने का आरोप कबूला है। आरोपियों की पूछताछ में कुल नौ मामले सुलझे हैं। इसमें से तीन मामले वडोदरा शहर में बापोद, कपूराई, मकरपुरा थाने में दर्ज हैं, जबकि दो कलोल शहर थाने में दर्ज हैं।
वाहन से आते कार चुराने, असामाजिक तत्वों को बेेचते
आरोपियों की पूछताछ में सामने आया कि आरोपी अपनी कार से वाहन चुराने के लिए गुजरात आते थे। पहचान न हो इसलिए चोरी के वाहन की नंबर प्लेट लगाते थे। रात के समय ही खुले में पार्क कार की रैकी करते फिर मध्यरात्रि बाद कार के सायरन का वायर काट देते। छोटे कांच को पेचकस से निकाल कर दरवाजा खोलते। कार में नया इमोबिलाइजर, ईसीएम सेट लगाते और कार चालू हो जाती तो उसे लेकर फरार हो जाते थे। आरोपी चोरी की कार को राजस्थान में स्थानीय एनडीपीएस मामलों में लिप्त गिरोहों और असामाजिक तत्वों को बेच देते थे।